
चंद्र ग्रहण पर विचार
चंद्र ग्रहण पर विचार विक्रम संवत 2082 भाद्रपद शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि जिसे जिसको पाटला पूर्णिमा कहते
चंद्र ग्रहण पर विचार विक्रम संवत 2082 भाद्रपद शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि जिसे जिसको पाटला पूर्णिमा कहते
घास फूस खाने वाले हिंदू में क्या औकात है जो हमारा मुकाबला करेंगें, -जुल्फिकार अली भुट्टो राष्ट्रपति अयूब
बौद्ध भिक्षु और गणेश उपासना : एक अद्भुत समन्वय धर्म और अध्यात्म की परिभाषा अक्सर लोग अलग-अलग रूप
मृत्यु को चार बार मात देने वाले वायुसैनिक – ग्रुप कॅप्टन दिलीप कमलाकर पारूळकर सैनिकों के प्रति कृतज्ञता
श्वेतार्क महागणपति श्वेतार्क गणपति का महत्व और प्रयोग लेकिन आप यकीन माने मुझे आज तक इस बात
स्वाती नक्षत्र स्वाती नक्षत्र: खगोलीय गणित, पौराणिक परिभाषा, और दार्शनिक विश्लेषण खगोलीय गणित के आधार पर स्वाती नक्षत्र
चित्रा नक्षत्र चित्रा नक्षत्र: खगोलीय गणित, पौराणिक परिभाषा, और दार्शनिक विश्लेषण खगोलीय गणित के आधार पर चित्रा
हस्त नक्षत्र हस्त नक्षत्र: एक गहन, रहस्यात्मक और शोधात्मक विश्लेषण खगोलीय गणित के आधार पर हस्त नक्षत्र की
चन्द्रदर्शन परिहार मंत्र, चिंतामणि मयांत कथा और श्रीकृष्ण को प्राप्त श्राप का महत्व भारतीय सनातन धर्म में चन्द्रमा
गणपति अथर्वशीर्ष का महत्त्व और जागतिक स्तरावरील (वैश्विक) गौरव बुद्धि और मस्तिष्क पर प्रभावअथर्वशीर्ष का पाठ करने से
श्री गणेश दूर्वार्चन साधना ( १०८ श्लोकों द्बारा दूर्वा अर्पित करने का प्रयोग) भगवान गणेश को दूर्वा
श्री गणेश पूजा के नियम और सावधानियां श्रीगणेश एक ऐसे देवता हैं जो सुख -समृद्धि -मंगल तो देते
शनि ग्रह की दृष्टियों का गहन रहस्य: 10वें और 11वें घर से आगे का प्रभाव, प्रत्येक राशि व
इतिहास से सीखें – जुए से दूर रहें 👉 जुए का सबसे पुराना उल्लेख ऋग्वेद (मण्डल 10, सूक्त
हरतालिका तीज व्रत : अखण्ड सौभाग्य का पर्व भारत एक उत्सवप्रधान देश है। यहाँ प्रत्येक पर्व केवल धार्मिक
एआई का असली गेमचेंजर: पराग अग्रवाल तकनीक जगत का सबसे खतरनाक आदमी एलन मस्क या सैम ऑल्टमैन नहीं
चंद्रदर्शन पौराणिक और ज्योतिषीय महत्त्व चंद्रदर्शन का पौराणिक काल से हिंदु धर्म में काफी महत्व रहा है क्योंकि
भाद्रपद श्राद्ध अमावस्या : पितृ तर्पण और धार्मिक साधना का पावन पर्व भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा में
गुरुपुष्य अमृत योग : एक अद्भुत और दुर्लभ संयोग भारतीय वैदिक ज्योतिष में समय और तिथियों का विशेष
9 दिव्य संकेत कि आपकी पूजा और भक्ति भगवान तक पहुँच चुकी है जब आपकी पूजा, भक्ति या
वास्तुपद-विन्यास मैं (मय ऋषि) सभी वास्तुमण्डलों के पद पद-विन्यास का वर्णन करता हूँ । बत्तीस प्रकार के
उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र वैदिक ज्योतिष के 27 नक्षत्रों में 12वाँ नक्षत्र है। यह नक्षत्र अपने
भाद्रपद (भादो) मास महात्म्य कथा एवं पर्व विवरण भगवान शिव को समर्पित सावन माह बीतने के बाद हिन्दु
साबूदाना एक ख़तरनाक, झकझोर देने वाला सच जो अभक्ष्य आहार हैं, छुपा हुआ मांसाहार हैं….. जी हाँ…!
पेशवा बाजीराव जयंती : मराठा गौरव के महान योद्धा भारत का इतिहास वीरता, शौर्य और बलिदान की गाथाओं
नौ-स्तरीय दही-हांडी फोड़ने वाला गोविंदा ! -मेजर जनरल सुनील कुमार राज़दान (सेवानिवृत्त) शौर्यगाथा भाग – 1 आज रविवार।
सिंह संक्रांति : महत्व, पूजन विधि और लोक परंपराएँ भारतवर्ष एक ऐसा देश है जहाँ वर्ष भर विभिन्न
ब्रज के माखन की महिमा एक बार जब भगवान श्रीकृष्ण लीला कर रहे थे, तो ब्रह्मा, शिव, इंद्र
सूर्य (रवि) का मघा नक्षत्र में प्रवेश शास्त्रों और ऋषि मुनियों की सुंदर खोज। सूर्य का प्रवेश मघा
भारत का स्वतंत्रता दिवस – एक गौरवशाली इतिहास और प्रेरणा का पर्व भूमिका15 अगस्त भारत के इतिहास का
नेल्सन मंडेला: बदले से ऊपर उठी क्षमा दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति बनने के बाद ऐक बार नेल्सन मांडेला
14 अगस्त – विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस भूमिकाभारत का स्वतंत्रता संग्राम एक लंबी और कठिन लड़ाई थी, जिसमें
वीर साधु: टेंबे स्वामी जयंती – आध्यात्मिक ऊर्जा और दत्तात्रेय परंपरा का पुनरुत्थान प्रस्तावना Tembhe Swami, जिनका असली
वीर दुर्गादास राठौड़ जयंती : अदम्य साहस और बलिदान का प्रतीक भारत के इतिहास में अनेक वीर
मुंबई का रसोईघर यह मेरी बहन की कहानी है।सासू माँ उच्च शिक्षित हैं, अनेक पुरस्कारों की प्राप्तकर्ता हैं।
मनोवांछित फल प्राप्ति हेतु सिद्ध गणेश स्तोत्र मित्रों हमारे श्रद्धालु पाठकों के लिए कुछ सिद्ध स्तोत्र दिए जा
अंगारकी चतुर्थी : महत्व, पूजन विधि और धार्मिक कथा भूमिकाहिंदू धर्म में भगवान गणेश जी का विशेष स्थान
बहुला चतुर्थी व्रत: महत्व, कथा और पूजन विधि परिचय भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को बहुला
अश्वत्थ-हनुमान और नृसिंह पूजन अश्वत्थ हनुमान पूजन…🙏 चातुर्मास के व्रत-वैकल्य और त्योहारों की भरमार वाला महीना है श्रावण…
पूर्वा फाल्गुनी पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र: एक खगोलीय और पौराणिक यात्रा पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र, वैदिक ज्योतिष के 27 नक्षत्रों
नारियल पूर्णिमा: समुद्री संस्कृति और श्रद्धा का पर्व भारत की विविध सांस्कृतिक विरासत में अनेक पर्व और त्यौहार
जन्म कुण्डली D-15 चार्ट (द्वादशोत्तरी चार्ट) का सूर्य सिद्धांत,खगोलीय गणित, वैज्ञानिकता के साथ एक व्यापक विश्लेषण जन्म कुंडली
स्वर्गीय तुकाराम ओम्बले जी! कितना बड़ा कलेजा चाहिए AK-47 की नली के सामने अपनी छाती सामने कर
घटस्थ योग “आज के पंचांग में ‘घटस्थ योग’ के रूप में उल्लेख किया गया है। इसी के आधार
आश्लेषा नक्षत्र आश्लेषा नक्षत्र: खगोलीय गणित और पौराणिक परिभाषा खगोलीय गणित और वैज्ञानिक आधार आश्लेषा नक्षत्र वैदिक ज्योतिष
पुष्य नक्षत्र पुष्य नक्षत्र: खगोलीय, गणितीय, पौराणिक, और दार्शनिक विश्लेषण पुष्य नक्षत्र भारतीय ज्योतिष और वैदिक परंपराओं
पुनर्वसु नक्षत्र पुनर्वसु नक्षत्र: खगोलीय, पौराणिक, वैज्ञानिक और दार्शनिक विश्लेषण खगोलीय गणित के आधार पर परिभाषा पुनर्वसु
आर्द्रा नक्षत्र आर्द्रा नक्षत्र: खगोलीय गणित, पौराणिक परिभाषा, और प्रभाव का गहन विश्लेषण आर्द्रा नक्षत्र की
सुहागन की बिंदी बाहर फेरीवाला आया हुआ था। कई तरह का सामान लेकर—बिंदिया, काँच की चूड़ियाँ, रबर बैण्ड,
पारद शिवलिंग पारद (पारा) को रसराज कहा जाता है। पारद से बने शिवलिंग की पूजा करने से बिगड़े
जब शिव जी ने शनिदेव को दिया न्याय का देवता होने का वरदान क्या आपने कभी सोचा है
मृगशिरा नक्षत्र मृगशिरा नक्षत्र: खगोलीय, पौराणिक, वैज्ञानिक, और दार्शनिक विश्लेषण खगोलीय गणित के आधार पर मृगशिरा नक्षत्र
श्री ज्ञानेश्वरी में ‘मैत्री’ का उल्लेख मैत्री, प्रेम की एक सुंदर परिभाषा है — जो सिर्फ़ तुम्हारे-मेरे, चार
युद्धजन्य और उल्लेखनीय कालखंड – विश्वावसु नाम संवत्सर का कहर वर्तमान में शक संवत 1947, विश्वावसु नाम संवत्सर
16 सिद्धियाँ विवरण वाक् सिद्धि : – 👇 जो भी वचन बोले जाए वे व्यवहार में पूर्ण
सौभाग्यवर्धक तांत्रिक राखी एक विशेष आध्यात्मिक-संरक्षक रक्षा-सूत्र है जिसे स्त्रियों के लिए उनके पति-सौभाग्य, मानसिक शांति, भावनात्मक शक्ति,
रोहिणी नक्षत्र रोहिणी नक्षत्र: खगोलीय गणित, पौराणिक परिभाषा, और प्रभाव का गहन विश्लेषण खगोलीय गणित के आधार पर
कृतिका नक्षत्र कृतिका नक्षत्र: खगोलीय, पौराणिक, वैज्ञानिक, और दार्शनिक विश्लेषण खगोलीय गणित के आधार पर कृतिका नक्षत्र
बाल गंगाधर तिलक पुण्यतिथि: स्वराज्य के पुजारी को श्रद्धांजलि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत, तेजस्वी राष्ट्रवादी, और जनता
भरणी नक्षत्र भरणी नक्षत्र: खगोलीय, गणितीय, पौराणिक और वैज्ञानिक विश्लेषण खगोलीय और गणितीय परिभाषा भरणी नक्षत्र, वैदिक ज्योतिष
भूमि परीक्षा देवों एवं ब्राह्मणों के लिये आयताकार भूमि भे प्रशस्त होती है । भूमि की आकृति अनिन्दनीय
भूमीपरिग्रह – भूमीग्रहण कर्त्तव्य निर्माण-हेतु भुमि का ग्रहण – आकार, रंग एवं शब्द आदि गुणों से युक्त भूमि
मानोपकरण भूमि-मापन के उपकरण – सभी प्रकार के वास्तुओं (भूमि एवं भवन) का निर्धारण मान या प्रमाण से
कल्कि जयंती: कलियुग के अंत और धर्म की पुनर्स्थापना का प्रतीक भूमिकासनातन धर्म में भगवान विष्णु के दस
सर्पसूक्त !! श्रावणमास में यह सर्पशाप दोष शान्ति के लिए अत्यन्त प्रभावकारी है। एक जोड़ी धातु के बने
नाग पंचमी सनातन धर्म का एक अत्यंत पवित्र, रहस्यमय और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पर्व है। यह
जन्म कुंडली में D6 चार्ट (षष्ठ्यंश चार्ट) का विस्तृत विश्लेषण जन्म कुंडली में D6 चार्ट क्या है?
जन्म कुण्डली में सूर्य का शोधात्मक विश्लेषण और महत्त्व जन्म कुंडली में सूर्य का महत्व ज्योतिष में सूर्य
धनिष्ठा नक्षत्र धनिष्ठा नक्षत्र: खगोलीय, पौराणिक, और दार्शनिक विश्लेषण खगोलीय और गणितीय परिभाषा धनिष्ठा नक्षत्र, वैदिक ज्योतिष
वे काशी मरने आए थे — और जीने में शांति पा गए 🕉️ काशी: जहाँ मृत्यु जीवन का
26 जुलाई पराक्रम और शौर्य की प्रेरक कहानी. कारगिल विजय दिवस कारगिल की लंबी लड़ाई का हर किस्सा
मदन मोहन मालवीय … कॉलेज में जाने तक मुझे MMM का मतलब सिर्फ मालाड का MM मिठाईवाला ही
धीमा जहर कैसे असर करता है “11तरीकों” को, ध्यान से -“देखें और समझें” ….? “मुगल,” “भारतीय”
ये जो घोड़े के नीचे बंधा हुआ है यही है वो ग़ाज़ी सालार मसूद… जिसको भारत का कन्वर्ट
जन्म कुंडली: एक विस्तृत और संपूर्ण समाधान जन्म कुंडली की परिभाषा जन्म कुंडली क्या है? जन्म कुंडली,
हिन्दू संस्कार – नटराज के पैरों के नीचे कौन दबा रहता है। जब भगवान शिव शंकर ने त्रिपुर
नाम का महत्व और शास्त्रीय नामकरण के नियम भूमिका: नाम की ज्योतिष में कुंडली की राशि जितना ही
जन्म कुण्डली के D1 चार्ट का विस्तृत शोधात्मक विश्लेषण D1 चार्ट क्या है? D1 चार्ट (लग्न कुंडली
वोशी-वेशी, और उभयचरी योग का विस्तृत शोधात्मक विश्लेषण प्रभाव: परिभाषा और निर्माण वैदिक ज्योतिष में वोशी, वेशी,
काल : सनातन सत्य और ब्रह्मांड का अनदेखा शासक “कालोऽस्मि लोकक्षयकृत् प्रवृद्धो” – भगवद गीता 11.32 भगवद
गिलोय: सौ मर्ज की एक दवा गिलोय एक ही ऐसी बेल है, जिसे आप सौ मर्ज की एक
लोकमान्य तिलक जयंती: एक राष्ट्रभक्त की प्रेरणादायक गाथा परिचय भारत के स्वतंत्रता संग्राम की जब भी बात होती
सावन शिवरात्रि: एक आध्यात्मिक उत्सव का दिव्य अनुभव भारतीय संस्कृति में सावन का महीना विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक
अनुराधा नक्षत्र अनुराधा नक्षत्र: खगोलीय गणित, पौराणिक परिभाषा, और दार्शनिक विश्लेषण खगोलीय गणित और स्थिति अनुराधा नक्षत्र, वैदिक
कैलाश मंदिर इस मंदिर के बारे मे पश्चिम के वैज्ञानिक कहते हैं कि इसे किसी एलियन सभ्यता ने
विवाहविछेद और वैवाहिक जीवन की समस्या का वैदिक ज्योतिष विश्लेषण वैदिक ज्योतिष में विवाह और तलाक का विश्लेषण
आईना स्थिति चाहे कितनी भी अच्छी क्यों न हो, यह ज़रूरी नहीं कि घर का माहौल भी अच्छा
पढ़िये सेंधा नमक की हकीकत “सेंधा नमक के साथ इन अंग्रेजो ने कैसे किया था खिलवाड़ “ भारत
जामुन आख्यान – यह कहानी है द्रौपदी की उसने आपद्धर्म (आपत्ति की स्थिति में धर्म) के रूप में
धोखादायक अति-आधुनिक चिकित्सा व्यवस्था दो-तीन दिन बुखार था, दवा न भी लेते तो शरीर खुद-ब-खुद ठीक हो जाता।
एक सौ दस वर्षों तक चलने वाले कदम! एक सौ दस वर्षों तक चलने वाले कदम! यानि रेगिस्तान
अपने आने वाली पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य के लिए 2 मिनट निकालकर यह पढ़ें। आचार्य रजनीश से उनके
बिल्वपत्र तोड़ने का चढ़ाने का नियम बेल के पत्ते तोड़ने से पहले निम्न मंत्र का उच्चरण करना चाहिए
गणपति होमम के 32 स्वरूप गणेश चतुर्थी – जब भगवान गणपति पृथ्वी पर अवतरित होते हैं विनायक, विघ्नेश्वर,
श्रावण मास संतान प्राप्ति प्रयोग सामग्री : स्फटिक शिवलिंग, पुत्रजीवा माला। जिस व्यक्ति के घर में पुत्र
पिता के साथ बचपन की यादें (अच्छे विचारों और प्यारी तस्वीरों की एक सुंदर झलक) मुझे आज भी
आषाढ़ शुक्ल एकादशी से कार्त्तिक पूर्णिमा तक चातुर्मास्य ब्रत विशेष आषाढ़ शुक्ल पक्ष देव शयनी एकादशी के
चातुर्मास विशेष से जुडी विशेष जानकारी चातुर्मास में वर्ष के चार महीने आते हैं सावन, भादों, क्वार, कार्तिक।
चातुर्मास ( 06.07.2025 से 01.11.2025 तक ) चातुर्मास यानी के चार महीने की वह अवधि जब भगवान
गुरु पूर्णिमा क्या है इसका क्या प्रभाव है। गुरु शिष्य के सम्बंध में गुरु पुर्णिमा का महत्त्व