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क्या तुम मुस्लिम हो?

“क्या तुम मुस्लिम हो?” जेहादी / जिहादी शैतान, शायद आज तुम्हारी उपजाति, जाति या धर्म-धम्म देखकर तुम्हें ज़िंदा

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बदला (भयकथा)

बदला (भयकथा) मुझे भूत दिखाई देते हैं।हाँ…मैं मानती हूँ कि भूतों की दुनिया सच है।मैं इस पर अटल

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समंध (भयकथा)

समंध (भयकथा) मेरी दादी अक्सर कहा करती थीं…“दोपहर 12 बजे लड़कियों को काजल लगाकर, नहा-धोकर खुले बालों में

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राहु महादशा अन्तरर्दशा क्या राजयोग देगी | कैसा राजयोग देगा राहु और राहु महादशा।

राहु महादशा अन्तरर्दशा क्या राजयोग देगी | कैसा राजयोग देगा राहु और राहु महादशा। राहु महादशा अंतर्दशा कई

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चंद्रमा का अष्टक वर्ग

चंद्रमा का अष्टक वर्ग धूमो रात्रिस्थता कृष्ण: षषमासा दक्षिणायनम्। तत्र चान्द्रमसं ज्योतिर्योगी प्राप्त निवर्तते।   श्री मद भगवत गीता

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चैत्र शुक्ल त्रयोदशी: मदनोत्सव, प्रदोष व्रत और पारंपरिक पूजन विधियाँ

चैत्र शुक्ल त्रयोदशी: मदनोत्सव, प्रदोष व्रत और पारंपरिक पूजन विधियाँ चैत्र शुक्ल त्रयोदशी काम त्रयोदशी चैत्र शुक्ल त्रयोदशी

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मार्केटिंग क्षेत्र में व्यवसायिक मार्केटिंग में अच्छा कैरियर रहेगा या नोकरी मार्केटिंग में या मार्केटिंग में कैरियर कैसा रहेगा।

मार्केटिंग क्षेत्र में व्यवसायिक मार्केटिंग में अच्छा कैरियर रहेगा या नोकरी मार्केटिंग में या मार्केटिंग में कैरियर कैसा

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प्राचीन मंत्रों से जानिए कैसे होते हैं 12 राशियों के जातक बारह राशियों के जातक का स्वरूप

प्राचीन मंत्रों से जानिए कैसे होते हैं 12 राशियों के जातक बारह राशियों के जातक का स्वरूप विश्व

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खगोल विज्ञान – 28/03/25 को म्यांमार में आए भूकंप के पीछे का विज्ञान और भविष्य की भविष्यवाणियाँ

खगोल विज्ञान – 28/03/25 को म्यांमार में आए भूकंप के पीछे का विज्ञान और भविष्य की भविष्यवाणियाँ प्रकृति

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नवदुर्गा

नवदुर्गा नौ रूपों में स्त्री जीवन का पूर्ण बिम्ब… एक स्त्री के पूरे जीवनचक्र का बिम्ब है नवदुर्गा

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भारतीय राष्ट्रीय संवत का पहला दिन है, वसन्त विषुव के अगले दिन नवसंवत्सर होता है, प्रतिवर्ष।

भारतीय राष्ट्रीय संवत का पहला दिन है, वसन्त विषुव के अगले दिन नवसंवत्सर होता है, प्रतिवर्ष। वसंत विषुव

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गौतम ऋषि

गौतम ऋषि ऋग्वेद में गोतम ऋषि का उल्लेख बहुत सम्मान के साथ कई जगह हुआ है, विशेष तौर

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अमरत्व का ज्ञान

अमरत्व का ज्ञान एक बार माता पार्वती ने भगवान शिव से ऐसे गूढ़ ज्ञान देने का अनुरोध किया

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चरक संहिता प्रथम अध्याय

अथास्मै प्रोवाच भगवानात्रेयः – इह खल्वग्निवेश ! विंशतिविधाः कृमयः पूर्वमुद्दिष्टा नानाविधेन प्रविभागेनान्यत्र सहजेभ्यः, ते पुनः प्रकृतिभिभिद्यमानाश्चतुविधा भवन्ति । तद्यथा- पुरीषजाः श्लेष्मजाः शोणितजा मळजाचेति ॥९॥

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छत्रपति शिवाजी राजे (भोसले) पुण्य तिथि (तिथि प्रमाण)

भारत के वीर सपूतों में से एक श्रीमंत छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में सभी लोग जानते हैं। बहुत से लोग इन्हें हिन्दू हृदय सम्राट कहते हैं तो कुछ लोग इन्हें मराठा गौरव कहते हैं, जबकि वे भारतीय गणराज्य के महानायक थे।

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हम में से बडी कौन है ?

चार बुढिया थीं।
उनमें विवाद का विषय था
कि हम में से बडी कौन है?

जब वे बहस करते-करते थक गयीं तो उन्होंने तय किया कि पडौस में जो नयी बहू आयी है,
उसके पास चल कर फैसला करवायें।

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नशे के लिये राहु की भूमिका

राहु का प्रभाव दैत्य के समान हैं।जन्म कुंडली में राहु का अत्यधिक बलवान होना नशे की और व्यक्ति का रुझान दर्शाता हैं। जितनी भी बुरी लत हैं, उनका कारक राहु ही हैं। राहु यदि जन्म कुंडली के 1,2,7 तथा 12वें स्थान में स्थित हो तो जातक नशा करने वाला होता हैं। राहु का सबसे अधिक प्रभाव दूसरे स्थान पर होने से पडता हैं। राहु के द्वारा प्रदत नशों में धुम्रपान प्रथम नम्बर पर है।

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किस नक्षत्र में जन्म लेने वाले बच्चे का कैसा भविष्य रहेगा साथ ही कौन से हैं मूल नक्षत्र या गण्डमूल नक्षत्र क्या है उनके प्रभाव और उपाय

किस नक्षत्र में जन्म लेने वाले बच्चे का कैसा भविष्य रहेगा साथ ही कौन से हैं मूल नक्षत्र

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जन्मकुंडली में दुर्घटना योग: कारण और उपाय

अगर किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली में छठे स्थान और आठवें स्थान का स्वामी किसी अशुभ ग्रह के साथ स्थित हो तो दुर्घटना होने की संभावना बनती है। वहीं अगर यहां मंगल या शनि ग्रह स्थिति है तो व्यक्ति को रक्त या हड्डी से संबंधित परेशानी हो सकती है।

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ग्रहो क़े रत्न ग्रहो की दशा और दिशा को अनुकूल करने मे सक्षम होते है लेकिन आपको किस ग्रह का रत्न लाभ देगा

ग्रहो क़े रत्न ग्रहो की दशा और दिशा को अनुकूल करने मे सक्षम होते है लेकिन आपको किस

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गहरे सूत्र

• राहु जिस भाव में है उसे भाव के लिए है पागलपन ।
• केतु जिस भाव में है उसे भाव में है खोज।
• शनि से तीसरे भाव में है अग्नि परीक्षा
• शुक्र से सप्तम भाव है आनंद दिलाने वाला भात।

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ईश्वर के सर्वव्यापी होने की मान्यता क्यों ?

जैसे बीज में छिपा वृक्ष दिखाई नहीं देता, दूध में घी मौजूद होते हुए भी दिखाई नहीं देता, तिल में तेल दिखाई नहीं देता, फूल की खुशबू दिखाई नहीं देती, शरीर में होने वाली पीड़ा दिखाई नहीं देती, अपनी बुराई दिखाई नहीं देती, वैसे ही ईश्वर सर्वत्र व्यापक रूप से विद्यमान होने पर भी दिखाई नहीं देता।

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शिव पूजा की उपासना पद्धतियां

१. शिव पूजा उपासनांतर्गत पिंडीकी पूजा
१ अ. शिवपिंडी की परिक्रमा कैसे करें ?
१ आ. शिवपिंडी की परिक्रमा करते समय अरघा के स्त्रोत को क्यों नही लांघते ?
१ इ. पिंडी को स्नान कराना
१ ई. शिवपिंडी पर हलदी-कुमकुम चढाने की अपेक्षा पिंडी को भस्म क्यों लगाएं ?

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कटोरी भर पानी: एक इंसान और पक्षियों का संवाद

एक आदमी सच में एक कटोरी पानी पक्षियों के लिए रखता है और आगे क्या होता है?
उन पक्षियों और उस आदमी के बीच क्या संवाद हुआ? इसका वर्णन नीचे दी गई कविता में किया गया है।

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सपने में कुलदेवता-कुलदेवी को देखना

सपने में कुलदेवता-कुलदेवी को देखना शुभ या अशुभ दोनों सपने हो सकते है। अगर आपको अपने कुलदेवता या कुलदेवी से अच्छे संकेत मिलते है तब यह आपके के लिए शुभ सपना है। जैसे सपने में कुलदेवी या कुलदेवता का आशीर्वाद मिलना। सपने में कुलदेवी या कुलदेवता की पूजा, आरती करना। सपने में कुलदेवी या कुलदेवता मूर्ति देखना। सपने में कुलदेवी या कुलदेवता का दर्शन होना। सपने में

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श्री हनुमान जी की भक्ति और उनकी दिव्यता का महत्त्व

मित्रों, 🕉भगवान् श्री रामजी ने विभीषणजी को कहा है कि नौ जगह मनुष्य की ममता रहती है, माता, पिता, भाई, पुत्र, स्त्री, शरीर, धन, घर, मित्र और परिवार में, जहाँ जहाँ हमारा मन डूबता है वहाँ वहाँ हम डूब जाते हैं, इन सब ममता के धांगो को बट कर एक रस्सी बना।

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शीतला सप्तमी: एक पावन पर्व का महत्व एवं विधि

शीतला सप्तमी हिंदू धर्म में मनाया जाने वाला एक प्रमुख व्रत और पर्व है। यह व्रत माता शीतला देवी को समर्पित होता है, जिन्हें रोगों से बचाने वाली और शुद्धता प्रदान करने वाली देवी माना जाता है। विशेष

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हम न्यूटन को जानते हैं, स्वामी ज्येष्ठदेव को नहीं..

अभी तक आपको यही पढ़ाया गया है कि न्यूटन जैसे महान वैज्ञानिक ही कैलकुलस, खगोल विज्ञान अथवा गुरुत्वाकर्षण के नियमों के जनक हैं, लेकिन वास्तविकता यह है कि इन सभी वैज्ञानिकों से कई वर्षों पूर्व पंद्रहवीं सदी में दक्षिण भारत के स्वामी ज्येष्ठदेव ने ताड़पत्रों पर गणित के ये तमाम सूत्र लिख रखे हैं. इनमें से कुछ सूत्र ऐसे भी हैं, जो उन्होंने अपने गुरुओं से सीखे थे, यानी गणित का यह ज्ञान उनसे भी पहले का है, परन्तु लिखित स्वरूप में नहीं था.

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प्रेम विवाह हो पायेगा नहीं ।

प्रेम विवाह पर पहले भी कई टॉपिक लिखे गए है।आज फिर प्रेम विवाह पर बात करते है।प्रेम विवाह होने के लिए कुंडली का 7वा भाव भावेश और कुंडली का 5वा भाव भावेश का संबंध जिम्मेदार होता है।

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रामेश्वर कुण्ड🕉

रामेश्वर कुण्ड🕉 एक समय श्री कृष्ण इसी कुण्ड के उत्तरी तट पर गोपियों के साथ वृक्षों की छाया

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हर्षल, नेपच्यून और प्लूटो ग्रहों का उल्लेख प्राचीन ग्रंथों में भी मिलता है

हर्षल, नेपच्यून और प्लूटो ग्रहों का उल्लेख प्राचीन ग्रंथों में भी मिलता है हालाँकि हर्षल, नेपच्यून और प्लूटो

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नारी सम्मान और सशक्तिकरण: संस्कृति और वास्तविकता”

नारी सम्मान और सशक्तिकरण: संस्कृति और वास्तविकता यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः।यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः ॥

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वास्तु शास्त्र के विभिन्न नियमों द्वारा कैसे घर, ऑफिस और परिवार को खुशहाल बनाया जा सकता है

वास्तु शास्त्र के विभिन्न नियमों द्वारा कैसे घर, ऑफिस और परिवार को खुशहाल बनाया जा सकता है हमारे

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नक्षत्र ज्ञान

नक्षत्र ज्ञान 1) अश्विनी- नक्षत्र – अश्विनी , नक्षत्र देवता – अश्विनीकुमार , नक्षत्र स्वामी – केतु  , 

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“शिवशंकर”

“शिवशंकर” चांदोबा चांदोबा भाग गया क्या?यह गाना बचपन में भी मुझे ज्यादा पसंद नहीं था।“भाग गया क्या?”अरे, ये

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महाशिवरात्रि के शुभावसर पर पढ़े माता पार्वती एवं भूतभावन भोलेनाथ के विवाह की कथा

महाशिवरात्रि के शुभावसर पर पढ़े माता पार्वती एवं भूतभावन भोलेनाथ के विवाह की कथा तुलसीदास जी कहते हैं

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भक्तराज ध्रुव

भक्तराज ध्रुव स्वयाम्भुव मनु और शतरूपा जी के दो (2) पुत्र और तीन (3) पुत्रियां थी। पुत्रों के

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छावा

छावा क्या लिखूं और कैसे लिखूं? छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र के रूप में जन्मा “छावा”… शंभू राजे…

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औदुंबर पंचमी

औदुंबर पंचमी: महत्व, पूजन विधि और धार्मिक मान्यताएँ भूमिका हिंदू धर्म में विभिन्न पर्व और व्रतों का अत्यधिक

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हवन-यज्ञ क्यों ?

हवन-यज्ञ क्यों ? प्रतिदिन यज्ञ का लाभ पाने की युक्ति   🔸आज भी आपको देशी गाय के गोबर

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