
आकाशिक अभिलेख कार्यशाला
आकाशिक अभिलेख कार्यशाला क्या आपने कभी सोचा है कि हमारी आत्मा ने अब तक कितने जन्म लिए हैं,

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वास्तु देवता उपाए कार्यशाला प्राचीन भारतीय वास्तुशास्त्र केवल घर बनाने की कला नहीं है — यह ऊर्जा संतुलन

पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र: एक खगोलीय, पौराणिक, और दार्शनिक विश्लेषण पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र वैदिक ज्योतिष में 27 नक्षत्रों

मंगल पुरुष , सेनापति , क्षत्रिय जाति , चौपाया स्वरूप , पित्त प्रधान , पाप एवं क्रूर ग्रह

कुण्डली के लग्नानुसार जातक का स्वभाव 1.मेष_लग्न : जन्म के समय यदि मेष लग्न हो तो जातक का

हैलोवीन पार्टी पुणे की एक सोसायटी में कल कुछ छोटे बच्चे हैलोवीन के भूतों का मेकअप कर “ट्रिक

टिश्यू पेपर का जाल: पर्यावरण की हानि और हमारा रूमाल इन दिनों सोशल मीडिया पर एक पोस्ट बहुत

करक चतुर्थी आश्विन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी (जो चंद्रोदय से युक्त हो) को यह व्रत किया

जानवरों की सेवा से ग्रहों को करें प्रसन्न: वैदिक ज्योतिष का अनोखा रहस्य ! क्या आपने कभी सोचा

राहु महादशा किस्मत किनकी चमका पायेगी राहु महादशा चल रही है तो राहु महादशा रातों रात किस्मत किनकी

कब मांगलिक को मांगलिक से शादी करनी चाहिए और कब नही भी की जा सकती। आजकल मांगलिक योग

जन्मकुंडली का नवम भाव भाग्य का घर कुंडली के तीनो त्रिकोण भावो में नवम भाव सबसे शुभ त्रिकोण

चौदह प्रकार के लोग जो मृततुल्य हैं। राम-रावण युद्ध चल रहा था, तब अंगद ने रावण

गुरु नानक जयंती: एकता, प्रेम और सत्य के प्रकाश का पर्व भारत की पावन धरती संतों, महापुरुषों और

कार्तिक पूर्णिमा सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय…. सभी सनातनीय पाठकों, धर्मावलंबियों को सादर नमस्कारम। ॐ

त्रिपुरारि पूर्णिमा : भगवान शिव द्वारा त्रिपुरासुर का संहार दिवस भारतवर्ष एक ऐसा देश है जहाँ हर पर्व

कुंडली में ग्रहों की युति होने पर ग्रहों के शुभ-अशुभ प्रभाव कुंडली में ग्रहों की युति होने पर

शनि देव शनि मकर एवं कुंभ राशि का स्वामी होता है एवं तुला राशि मे यह उच्च का

वैदिक ज्योतिष में चतुर्थांश चार्ट डी4 बनाने की विधि वैदिक ज्योतिष में, D4 चार्ट, जिसे चतुर्थांश चार्ट भी

त्रिकोणों से जानें अपना जीवन उद्देश्य जन्मांग में बारह भावो के चार त्रिकोण होते है और एक त्रिकोण

कुंडली की शक्ति: कब बनता है राजयोग और कब बिगड़ते हैं योग? किसी भी कुंडली की मजबूती के

क्या मांगलिक से ही शादी करनी चाहिए। आजकल मांगलिक योग बहुत ज्यादा होवा बना हुआ है कि अमुक

बिजनेस में सफलता के योग यदि सप्तमेश सप्तम भाव में हो या सप्तम भाव पर सप्तमेश की दृष्टि

राजयोग कब मिलता है राजयोग जीवन में सफलता और भौतिक रूप से अच्छा जीवन देने वाला होता है।जिसका

‘रियलिटी शो’ — नाम में वास्तविकता, पर सार में अभिनय लक्ष्मीपूजन करते समय क्या हम कभी यह सोचते

बोधकथा – मोक्ष यह घटना है 27 नवम्बर 2012 की। नर्मदा किनारे नगावा नाम का एक गाँव है।

गोपाष्टमी : गौ माता की आराधना का पावन पर्व भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक परंपरा में गाय का

मंगल और शुक्र की युक्ति से क्या होता है मंगल और शुक्र की युति, जिसे ज्योतिष में युति

नवमांश कुंडली जब नवमांश मे मंगल और शुक्र की युति हो, तो स्त्री कन्या को जन्म देने वाली,

ज्योतिष के रोचक तथ्य आप अपने जन्म नक्षत्र से अच्छी तरह से परिचित ये किसी माह में किसी

वरदान का महापर्व – छठ पर्व यही एक पर्व है जिसमें वरदान मांगने के अनेक विध गीत गाए

श्रीयश प्रवीन पटोल — “Ganesha My Guru and Guardian” के नन्हे लेखक की प्रेरणादायक कहानी हर बच्चे के

छठ पूजा – आस्था, परंपरा और सूर्य उपासना का पावन पर्व भारत विविधताओं का देश है — यहाँ

कार्तिक माहात्म्य (पद्मपुराण के अनुसार) अध्याय – 18 (कार्तिक मास में स्नान और पूजन की विधि) राजा

सूर्य–चंद्र अमावस्या योग जब सूर्य और चंद्रमा एक ही भाव या डिग्री पर स्थित होते हैं, तब अमावस्या

ग्रहों से जुड़ी सफलता के योग ज्योतिष शास्त्र में ग्रह केवल स्वास्थ्य और मनोवृत्ति ही नहीं बल्कि सफलता,

आर्थिक और मानसिक समस्याओं के लिए जिम्मेदार ग्रह कुंडली में आर्थिक, मानसिक परेशानियों और नकारात्मक प्रभावों के लिए

दिवाली: जीवन के उजालों से छठे सुख तक छठा सुख चीन के लोगों में एक परंपरा है। वे

भाई दूज: प्रेम, विश्वास और रक्षा के पवित्र बंधन का त्योहार भारत त्योहारों की भूमि है — यहाँ

नगरमान | मयमतम् अध्याय – 10 | नगर – योजना – मै नगर आदि के प्रमाण एवं विन्यास

ग्रामविन्यास | मयमतम् अध्याय – 9 | ग्रामयोजना – अब ग्राम आदि का नियमानुसार प्रमाण एवं विन्यास (निर्माण-योजना)

बलिकर्म | मयमतम् अध्याय – 8 | अपने-अपने वास्तुपद में स्थित वास्तुदेवों का बलिकर्म (पूजा एवं नैवेद्य) होना

वास्तुपद-विन्यास | मयमतम् अध्याय – 7 | मैं (मय ऋषि) सभी वास्तुमण्डलों के पद पद-विन्यास का वर्णन

दिक्परिच्छेद | मयमतम् अध्याय – 6 | दिशा-निर्धारण – मैं (मय) दिशा के निर्धारण के विषय में कहता

वस्तुप्रकार | मयमतम् अध्याय – 2 | आवास एवं भूमि के प्रकार – अमर (देव) एवं मरणधर्मा (मनुष्य)

संग्रहाध्याय – मङ्गलाचरण | मयमतम् अध्याय – 1 | सर्वस्व के ज्ञाता, संसार के स्वामी देवता को सिर

दीनबन्धु उड़ीसा जिले के याजपुर गाँव में बन्धु महान्ति रहते थे, उनके परिवार में पति परायण पत्नी, एक

राजा बलि और गोवर्धन पर्वत : दान, भक्ति और धर्म के प्रतीक भारत की पौराणिक कथाएँ केवल

भारत के महान सर्वेक्षक पंडित नैन सिंह रावत: जिन्होंने पैदल नाप दिया पूरा तिब्बत अखिल विश्व अखण्ड सनातन

धनतेरस : स्वास्थ्य और समृद्धि का पर्व, परंपरा और वैज्ञानिकता का संगम एक गांव में एक अंधा आदमी

श्रीलक्ष्मी-द्विपञ्चाशन्नाममाला-स्तोत्रम ( 52 लक्ष्मियोंं की स्तुति प्रार्थना) प्रस्तुत स्तोत्र में माता महालक्ष्मी के कुछ विशिष्ट 52

दीपावली महात्मय एवं पूजन विधि हर वर्ष भारतवर्ष में दिवाली का त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाया

दीपावली के अचूक मन्त्र उपाय-टोटके दीपावली कि रात्रि जागरण कि रात्रि होती है माना जाता है कि इस

दीपावली की रात्रि में जपने के लिये प्रभावशाली मन्त्र दीपावली कि रात्रि जागरण कि रात्रि होती है माना

दीवाली 2025: जानिए सही तारीख, लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि भारत में दिवाली का पर्व

पंचांगों की अवहेलना — विद्वता नहीं, विचलित है – दीपावली शुभ मुहूर्त विषय : दीपावली निर्णय 21 अक्टूबर

सच्ची अमीरी हमारे यहाँ नई पेठ में कपड़ों का एक बड़ा बाज़ार है। कल दोपहर मैं घरवालों के

धनतेरस धन स्वास्थ्य और समृद्धि का पवित्र पर्व धनतेरस, जिसे धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है,

वसुबारस: मातृत्व, श्रद्धा और समृद्धि का पर्व भारत भूमि अपने विविध त्योहारों, परंपराओं और संस्कारों के लिए जानी

“मुझे जो न समझ में आए, वह समझा दे हे राम!” – डिजिटल युग की विनम्रता की पुकार

व्यवसाय में आने वाली बाधाएं दूर करने के उपाय जैसा कि हम जानते है कोई भी व्यवसाय बिना

क्या दूसरा विवाह हो पायेगा। दूसरा विवाह होने का मतलब होता है पहला विवाह किसी न किसी माध्यम

क्या हमारा मूल्य हमारे समय और कौशल के योग्य है? आप क्या करते हैं?आप कहाँ रहते हैं?आपके पास

शिवचरित्रमाला (भाग 35) प्रथम योजना, विक्रम नंतर मध्यरात्रि में गहरी नींद में पड़ा लाल महल और स्वाभाविक रूप

शतभिषा नक्षत्र शतभिषा नक्षत्र: खगोलीय गणित, पौराणिक और वैदिक विश्लेषण शतभिषा नक्षत्र का खगोलीय और गणितीय आधार

आपके सितारों में कैसी ज़मीन लिखी है? ज्योतिष में मंगल और ज़मीन आपका मंगल ग्रह दर्शाता है

व्यसन योग। राहु नशेड़ी बनने का मुख्य कारण है। किसी भी प्रकार के व्यसन हो, उसमें राहु

कौन सा समय लेके आ रहा है भाग्य उदय हर रोज की भागदौड़ ,हर पल के परिश्रम के

मां का गर्व – लाल बहादुर शास्त्री दिन की आखिरी ट्रेन अगर स्टेशन से निकल गई तो फिर

पहली प्राथमिकता क्या हो ?? विकास अथवा घर से जहरीले कीड़ो की सफ़ाई ?? भारत में तो कन्वर्टेड

राहु का नकारात्मक प्रभाव *राहू के बारे मै कुछ नकारात्मक बाते जाने । ये हम सब जानते है

किस कैरियर में भेजे बच्चें को ? किस कैरियर में भेजे बच्चें को, जिससे बच्चे का कैरियर व

भाग्योदय बिजनेस से होगा या नौकरी से। भाग्योदय का भी एक समय होता है साथ ही अच्छा भाग्योदय

मृत्यु के बाद जन्म… मृत्यु की मानसिक स्थिति जब पृथ्वी पर जीवन समाप्त होता है और मृत्यु घटित

श्रवण नक्षत्र श्रवण नक्षत्र: खगोलीय, पौराणिक, और दार्शनिक विश्लेषण खगोलीय गणित के आधार पर श्रवण नक्षत्र की परिभाषा

चाक्षुषी विद्या प्रयोग नेत्ररोग होने पर भगवान सूर्यदेव की रामबाण उपासना है। इस अदभुत मंत्र से सभी नेत्ररोग

मोढेरा सूर्य मंदिर, गुजरात इस मंदिर में प्रवेश करने पर आपकी उदासियाँ अतीत के महान सनातनी पूर्वजों के

जन्म पत्रिका में व्यभिचार संबंध का योग + काम वासना और ज्योतिष जिस जातक की जन्म पत्रिका मे

वाल्मीकि जयंती : आदि कवि और रामायण के अमर रचयिता का जन्मोत्सव भारत भूमि संतों, ऋषियों और कवियों

उत्तराषाढ़ा नक्षत्र उत्तराषाढ़ा नक्षत्र: खगोलीय गणित, पौराणिक परिभाषा, राशि गोचर, चरण और प्रभाव का गहन विश्लेषण खगोलीय

दो विवाह किनके होंगे। दो विवाह मतलब दो शादियो का होना अब चाहे वह कोई भी कारण से

वैवाहिक जीवन में आने वाले सुख-दुःख और समाधान यह मनुष्य को परमात्मा का एक वरदान है। कहते हैं,

विभिन्न योग द्विभार्या योग :- राहू लग्न में पुरुष राशि (सिंह के अलावा) में हो अथवा 7वें भाव

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्मकुंडली में करोड़पति होने के योग ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्मकुंडली में करोड़पति होने

पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र: एक खगोलीय, पौराणिक, और दार्शनिक विश्लेषण पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र, वैदिक ज्योतिष में 27 नक्षत्रों

जीवन की प्रमुख घटनाएँ और ज्योतिषीय नियम अब अधिक सूक्ष्मता से विभिन्न घटनाओं के बारे मे नियमों को

किस ग्रह के खराब होने पर होता है कौनसा रोग क्या है रोगों से बचने के ज्योतिषीय उपाय

जन्म-कुंडली से जाने आत्महत्या के योग: – बीमारी से मुक्ति कब तक मिल सकती। वैदिक ज्योतिष के अनुसार

बुध शुक्र शनि युति बुध शुक्र शनि युति की कुंडली में उत्पन्न चुनौतियों का वैदिक ज्योतिषीय परिप्रेक्ष्य और

आश्विन नवरात्रि और दशहरा इस बार आश्विन कृष्ण पक्ष में ज्वालामुखी योग बना था और आश्विन शुक्ल पक्ष

मूल नक्षत्र मूल नक्षत्र: खगोलीय गणित, पौराणिक परिभाषा, और मानव जीवन पर प्रभाव का गहन विश्लेषण मूल नक्षत्र

सोनम वांगचुक और विदेशी 32 साल पहले जब इस साजिश की मास्टरकी 🔑 एक अमेरिकी लड़की का रहस्यमय

तांत्रोक्त दुर्गासप्तशती तांत्रिक बीजमंत्रात्मक दुर्गा सप्तशती में प्रत्येक अध्याय में कुछ बिशेष बीज मंत्र दिये गये है।

राशि परिवर्तन राजयोग की दशा कैसी रहेंगी राशि परिवर्तन संबंध या राशि परिवर्तन राजयोग यह एक ऐसा संबंध

ललिता पंचमी : शक्ति उपासना का विशेष पर्व भूमिका भारतीय संस्कृति में शक्ति उपासना का विशेष महत्व है।

शिवचरित्रमाला (भाग 34) – लष्करी प्रतिभा का चमत्कार राजगढ़ से महाराज लगभग एक हज़ार सैनिक लेकर निकले। (तारीख़:

शिवचरित्रमाला (भाग 33) – जासूस यानी राजा की तीसरी आँख महाराजों का गुप्तचर विभाग अत्यंत सावधान और कुशल

शिवचरित्रमाला (भाग 32) मुगलों को न मराठी मिट्टी समझ आई, न मराठी लोग। पिछले चार वर्षों (सन 1659

हस्त नक्षत्र के वर्षा जल का कमाल गरुड़ पुराण में उल्लेख है कि हस्त नक्षत्र के वर्षा जल

ज्येष्ठा नक्षत्र ज्येष्ठा नक्षत्र: खगोलीय गणित, पौराणिक परिभाषा और दार्शनिक विश्लेषण ज्येष्ठा नक्षत्र की खगोलीय और गणितीय