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वैदिक वास्तु रहस्यम् – Secrets Of Vedic Vastu - प्राचीन वैदिक वास्तु विद्या में महारत हासिल करें

क्या आप अपने वास्तु ज्ञान को नई ऊंचाइयों तक ले जाना चाहते हैं और ऊर्जा संतुलन द्वारा स्थानों को सकारात्मक रूप से परिवर्तित करना चाहते हैं?

हमारा मास्टर इन वास्तु कोर्स विशेष रूप से वास्तु सलाहकारों, आर्किटेक्ट्स, इंटीरियर डिज़ाइनर्स और गृहस्वामियों के लिए तैयार किया गया है। यह कोर्स आपको गहरी विश्लेषण तकनीकों, निरीक्षण कौशल और प्रभावी समाधानों से सशक्त बनाएगा, जिससे आप आवासीय, व्यावसायिक और आध्यात्मिक स्थानों में वास्तु सिद्धांतों को प्रभावी रूप से लागू कर सकें।

इस कोर्स को क्यों जॉइन करें?

 

✅ प्रकृति के 5 तत्वों और उनके जीवन पर प्रभाव को समझें।
✅ वास्तु पुरुष मंडल, देवताओं, ऊर्जा संरचनाओं और वैज्ञानिक दृष्टि से भूमि चयन की विधियां सीखें।
✅ परंपरागत एवं आधुनिक विधियों द्वारा दिशाओं का निर्धारण और स्पेस प्लानिंग का ज्ञान प्राप्त करें।
✅ मनोवैज्ञानिक, आध्यात्मिक और ब्रह्मांडीय दृष्टिकोण से वास्तु के प्रभावों को जानें।
✅ वास्तु दोषों के निवारण हेतु उपायों को सीखें और अपने स्थान को संतुलित करें।

 
📖 आप क्या सीखेंगे?

 

🔸 भाग 1: वास्तु का परिचय

 

🔹 प्राचीन ग्रंथ, आचार्य, और उनका महत्व
🔹 ज्योतिष शास्त्र का वास्तु से संबंध
🔹 वास्तु पुरुष का आधुनिक परिपेक्ष्य में अध्ययन
🔹 पंच महाभूत तत्त्व और उनका प्रभाव
🔹 दिशाओं, ग्रहों और उनसे संबंधित देवताओं का अध्ययन

 

🔸 भाग 2: ऊर्जा संरचनाएं एवं दिशाओं का अध्ययन

 

🔹 वास्तु में ऊर्जा संरचनाएं और उनका वैज्ञानिक आधार
🔹 भूमि का पंचतत्वों के आधार पर विभाजन
🔹 कंपास और गूगल मैप्स से दिशाओं का निर्धारण
🔹 भवनों पर ग्रहों की ऊर्जा का प्रभाव

 

🔸 भाग 3: भूमि चयन एवं स्पेस प्लानिंग

 

🔹 भूमि का आकार, ढलान, टी-पॉइंट और अन्य पहलुओं के आधार पर वर्गीकरण
🔹 भूमि दोष (शल्य एवं शल्य उद्धार) का ज्ञान
🔹 वास्तु-संगत भवन, जलाशय, बेसमेंट और सीढ़ियों की प्लानिंग

📚 एडवांस्ड लर्निंग मॉड्यूल्स

 

 MODULE 1: वास्तु पुरुष मंडल और दिशाओं का प्रभाव
MODULE 2: वास्तु को ब्रह्मांडीय विज्ञान के रूप में समझना

MODULE 3: भूमि चयन और पंचतत्वों का विश्लेषण
MODULE 4: भवनों के निर्माण के लिए वास्तु सिद्धांत
MODULE 5: प्रवेश द्वार और संरचनात्मक संतुलन का महत्व
MODULE 6: व्यावसायिक स्थानों में वास्तु का प्रभाव
MODULE 7: मंदिर वास्तु और पवित्र स्थानों की ऊर्जा संरचना
MODULE 8: वास्तु का मानसिक एवं भावनात्मक प्रभाव
MODULE 9: वास्तु में प्रतीकों का महत्व और उनका उपयोग
MODULE 10: रंगों का आधुनिक वास्तु में उपयोग
MODULE 11: वास्तु में डिज़ाइन और सौंदर्यशास्त्र का समावेश
MODULE 12: वास्तु दोषों का निवारण और ऊर्जा संतुलन

 

कोर्स किनके लिए उपयुक्त है?

 

🔹 आर्किटेक्ट्स और इंटीरियर डिज़ाइनर्स – अपने डिज़ाइनों में वास्तु का समावेश करें।


🔹 गृहस्वामी – अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाएं।


🔹 वास्तु सलाहकार – अपने ज्ञान को बढ़ाकर पेशेवर सफलता प्राप्त करें।


🔹 रियल एस्टेट डेवलपर्स – वास्तु-संगत संपत्तियों के निर्माण से अधिक बिक्री और संतोषजनक ग्राहक अनुभव पाएं।

 

 

सीमित सीटें उपलब्ध!

 

प्राचीन वास्तु विद्या का ज्ञान प्राप्त करें और अपने जीवन एवं स्थानों में समृद्धि लाएं।

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें: +91 – 79000 37153
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