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मार्केटिंग क्षेत्र में व्यवसायिक मार्केटिंग में अच्छा कैरियर रहेगा या नोकरी मार्केटिंग में या मार्केटिंग में कैरियर कैसा रहेगा।

आज कल मार्केटिंग के क्षेत्र में कई जातक/जातिका अपना खूब कैरियर बना रहे है।मार्केटिंग में कुछ लोग व्यवसायिक मार्केटिंग करते है मतलब अपने प्रोडक्ट्स आदि का प्रचा कराते है तो कुछ लोग मार्केटिंग में नोकरी करके , मार्केटिंग नोकरी में अच्छा कैरियर बना लेते है तो आज इसी विषय पर बात करते है कब कैसे कौन जातक/जातिका मार्केटिंग के क्षेत्र में सफल होते है और कौन लोग व्यवसायिक मार्केटिंग कर सकते है और किनको मार्केटिंग में नोकरी में कैरियर रहत है और कैसा स्तर कार्यक्षेत्र का मार्केटिंग में रहेगा।।                                                                                            

 

कुंडली का दसवाँ भाव कार्यक्षेत्र/आजीविका का है तो सातवाँ भाव मार्कटिंग का है तो बुध शनि और राहु यह मार्केटिंग क्षेत्र के मुख्य कारक ग्रह है।क्योंकि बुध मार्केटिंग, शनि जनता तो राहु ऑनलाइन मार्केटिंग का कारक है क्योंकि वर्तमान मार्केटिंग ज्यादा तर ऑनलाइन ही होती जा रही है इस कारक राहु की भूमिका इस क्षेत्र में ऑनलाइन मार्केटिंग में सफलता देने की होती है।।                                                                  

जब कुंडली मे बुध शनि बलवान हो और कही न कही दसवे भाव(कार्यक्षेत्र/रोजगार) का संबंध सातवे भाव(मार्केटिंग भाव) से बने तब जातक मार्केटिंग के क्षेत्र में नोकरी करके कैरियर बनाते है और जब दसवे भाव(कार्यक्षेत्र) का संबंध सातवे भाव(मार्केटिंग) सहित दूसरे भाव(धन भाव) या ग्यारहवे भाव(आर्थिक लाभ भाव) या दोनों ही भावों से या इन दोनों भावों के स्वामियों से हो  और बुध शनि राहु बलवान हो तब ऐसे जातक/जातिका  बिजनेस मार्केटिंग में रहते है मतलब का व्यवसाय मार्केटिंग में करते है और दूसरों से अपने प्रोडक्ट की सेल, प्रचार-प्रसार कराते है।

 

अब कुछ उदाहरणो से समझते है कैसे।                                                                                                  

 

उदाहरण_अनुसार_सिंह_लग्न1:-

सिंह लग्न कुंडली मे जैसे दसवे भाव स्वामी शुक्र, सातवे भाव स्वामी शनि और दूसरे+ग्यारहवे भाव का स्वामी बुध बनता है अब यहां केवल सातवे भाव स्वामी शनि+दशमेश शुक्र+दूसरे/ग्यारहवे भाव स्वामी बुध का आपस मे संबंध बन जाये और बुध सहित शुक्र शनि भी अत्यंत बलवान हो तब यहाँ जातक/जातिका मार्केटिंग के क्षेत्र में व्यवसायिक क्षेत्र में अच्छे सफल होंगे।अब इन्ही शुक्र शनि बुध के साथ अन्य योगकारक ग्रह मंगल भी आकर बैठे तब बड़े स्तर पर मार्केटिंग का व्यवसाय रहेगा।।।                                                                      

उदाहरण_अनुसार_कन्या_लग्न2:-

कन्या लग्न में जैसे दसवे भाव का स्वामी बुध+सातवे भाव का स्वामी गुरु+और धनेश-भाग्येश शुक्र तीनो एक साथ सबंध करके बैठे और ग्यारहवे भाव मे ही बैठ जाये और राहु दसवे भाव मे हो तब ऑनलाइन मार्केटिंग व्यवसाय में सफल सफलता अच्छी मिलेगी, उस स्थिति में दसवे भाव से या मार्केटिंग संबंधी ग्रहयोगों से राहु का संबंध ऑनलाइन मार्केटिंग के प्रचार प्रसार में ज्यादा अच्छी सफलता देगा।।                                                       

                                    

उदाहरण_अनुसार_वृश्चिक_लग्न3:-

वृश्चिक लग्न में दसवे भाव(कार्यक्षेत्र)का स्वामी सूर्य होगा अब सूर्य का संबंध सातवे भाव स्वामी(मार्केटिंग) शुक्र से हो जाये और कही न कही यह संबंध चौथे भाव या चौथे भाव के स्वामी शनि(जनता और नोकरी कारक शनि)से यहां हो जाये तब यहाँ मार्केटिंग में नोकरी के क्षेत्र में कैरियर अच्छा रहेगा, चौथा भाव मतलब जनता और मार्केटिंग में नोकरी करते है उनका जनता से डायरेक्ट सम्बन्ध रहता है और जब इसी संबंध में दूसरे-ग्यारहवे भाव के स्वामी संबंध में आ जाये और बुध बहुत ज्यादा बलवान हो तब ऐसे जातक/जातिका मार्केटिंग में व्यवसायिक कैरियर में सफल होते है।।                                                                                

 

अब जितना ज्यादा राजयोग होंगे और शुभ ग्रहदशाओ का समय चलेगा उतना ही ज्यादा मार्केटिंग के क्षेत्र में उस समय सफ़लताते अर्जित होती जाएगी और राजयोगों के प्रभाव से उच्च सफलता मिलेगी, लेकिन राजयोग नही है तब सफलताएं मिलेगी लेकिन सामान्य स्तर की।।

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