आइए जानते हैं…
वैशाख मास शुक्लपक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया माना जाता है।
इस दिन बिना मुहूर्त के शादी, मुंडन, सहित सभी मांगलिक कार्य किए जाते हैं।
लेकिन शास्त्रों के अनुसार गुरु और शुक्र ग्रह के अस्त होने पर कोई मांगलिक कार्य नहीं किया जाता।
और इस वर्ष अक्षय तृतीया पर ये दोनों ही ग्रह अस्त रहेंगे।
ये दोनों ग्रह सुख, समृद्धि, वैभव, वैवाहिक जीवन के कारक होते हैं।
अतः इन ग्रहों की अनुपस्थिति में कोई भी मांगलिक कार्य , या कोई भी नया व्रत आरंभ नहीं करना चाहिए।
इस दिन दान पूजा आदि करने की कोई मनाही नहीं है।