गुरु प्रधान राशि मीन में प्रवेश करते ही सूर्य मलिन हो जाता है, इस कारण सूर्य के बलवान नहीं रहने से मांगलिक कार्यों की स्थिति नहीं बनती है, इस वर्ष 26 अप्रैल के बाद करीब दो महीने विवाह के मुहूर्त भी नहीं हैं।
अप्रैल माह मे 18, 19, 20, 21, 22, 23, 25 और 26 अप्रैल को विवाह के मुहूर्त हैं। उसके बाद जुलाई में 3, 9, 11, 12, 13, 14 और 15 तारीख को विवाह होंगे इस तरह गुरु और शुक्र के अस्त रहने के कारण मई और जून में विवाह मुहूर्त नहीं होंगे। इस बार विवाह के कारक ग्रह गुरु और शुक्र के अस्त होने के बावजूद अक्षय तृतीया के अबूझ मुहूर्त 10 मई को शादियां होंगी। वहीं 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी है। इस दिन से चार महीने के लिए चातुर्मास प्रारंभ हो जाएगा।
यह तुलना वैसे ही है जैसे अगर कोई कहे की कार एक समस्या है अथवा निवारण
पहले जमाने में लोग पैदल चलते थे और उनका स्वास्थ्य भी अच्छा रहता था शरीर की मांसपेशियां भी मजबूत होती थी परंतु आज विज्ञान ने उन्हें कार दे दी है आराम से जल्दी पहुंच जाते हैं मगर दूसरी तरफ की स्वास्थ्य खराब हो जाता है हर घटना के दो पहलू होते हैं
अब विषय पर आते हैं
ज्योतिष भी एक विज्ञान है जो सिर्फ x ray मशीन की तरह काम करता है आपकी क्षमताओं को देखाता है परखता है और आपको बता देता है ज्योतिष कुछ नहीं करता करते सब आप हैं
वह तो सिर्फ इतना बताता है की पूर्व जन्मों में आप अपना कार्मिक अकाउंट में इतने कर्मों को संचय करके लाए हैं इसलिए इस दिशा में आपको अच्छी परिणाम मिल सकते हैं, अथवा नेगेटिव कर्म संचय लाए हैं तो आपको बाधा हो सकती है
कुंडली मिलान सदैव किसी बुद्धिजीवी आध्यात्मिक ज्योतिषी से ही करवाना चाहिए साधारण पंडित अथवा कंप्यूटर के द्वारा बने पंडितों से नहीं क्योंकि कंप्यूटर से कुंडली का सिर्फ मेलापक मिलाया जा सकता है जो सिर्फ चंद्रमा पर आधारित होता है और आपके पूरे जीवन के लिए सिर्फ चंद्रमा उत्तरदाई हो ऐसा नहीं है सभी ग्रहों का अध्ययन करके ही सामने वाले की क्षमताओं को जाना जा सकता है और इसीलिए विवाह संबंधों में कुंडली की उपादैयता अधिक होती है
उसी प्रकार जैसे कि आप मर्सिडीज़ खरीदे अथवा सेकंड हैंड मारुति दोनों की उपादैयता अलग-अलग होगी
दोष विज्ञान में नहीं विज्ञान को प्रयोग करने वालों की क्षमता में होता है
आप बिना कुंडली मिलाए भी विवाह कर सकते हैं जीवन तब भी चलेगा हो सकता है थोड़ा संघर्ष ज्यादा हो हो सकता है संघर्ष ना भी हो।
ज्योतिष का सहारा लेकर आप स्मार्ट जीवन जी सकते हैं जीवन को सरल और आसान बना सकतै है