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क्या आप के परिवार आसपड़ोस में कोई bp की गोलिया खा रहा हे ?

कोई diabitis से परेशान हे ?कोई हार्ट की बीमारी तो कोई थायरॉइड या केन्सर से या अन्य छोटीमोटी बीमारिया होती रहती हे ?

क्यों आ गए ना कई नाम दिमाग में ?,तो मेरे भाई थोडा रुको और सोचो क्या 20~30साल पहले भी घर घर में बीमारिया थी ?

नही ना ? तो अब ऐसा क्या होगया ?

सब कहते हे विज्ञान तो बहुत तरक्की कर रहा हे ,तो बिमारी घटने के बजाय बढ़ कैसे रही हे ?हर घर में कोई ना कोई दवाई क्यों खरहा हे ?

नही पता ?में बताता हु , हुआ ये हे की हमारे रसोई की मुलभुत चीजो में बहुत मिलावट-गिरावट -घटियापन- आ गया हे .

 

कोन कौन सी हे वो चीजे ?

1.नमक 2.गुड़ 3.तेल .4.घी 5.दूध 6.आटा 7.पानी 8.शक्कर

जी हाँ इन चीजो में सुधार कीजिये और 6 महीनो में फर्क देखिये.

 

1.सब से पहले समुद्री नमक-आयोडीन नमक को बदल के सेंधा नमक (रॉक सॉल्ट) कर दीजिये वो भी बड़े टुकड़े लाके घर में ही कूट ले  ,और हाँ नमक केवल रसोई बनाते वक्त ही डाले ,टेबल पे रख के भोजन के समय डाल ने की आदत छोड़े.

2.गुड़ बिना केमिकल हमेशा डार्क चॉकलेट कलर का ही लाये ,सफ़ेद गुड़ में मिलावट होती हे.

3.refined oil के बदले घाणी का फिल्टर तेल ही खाये ,वो भी सूरजमुखी,मूंगफली,तिल या सरसो अन्य नही.

4.घी वो ही हे जो देसी गाय के दूध से दही ,दहि से मख्खन और मख्खन से बनता हे ,सीधे मलाई निकाल के या विदेशी गाय के दूध से जो बनता हे वो बटर आयल हे घी नही .

5.आटा हमेशा मोटा पिसवा ओ और बिना चोकर निकले प्रयोग में लाओ ,मैदा कभी ना खाये। गेहूं कभी कभी, मिक्स आटा व मोटा अनाज खाये।

6.पानी हमेशा मटके का या गुनगुना ही पीओ ठंडा फ्रिज का पानी कभी नही पीना.

  1. चीनी सफ़ेद जहर हे ,उसकी जगह गुड़ ही खाये ।

भूख की तरफ भी ध्यान दे।

भोजन करने बाद भोजन पच रहा है या सड़ रहा हूँ भूख लग रही है या नहीं लग रही भोजन कौनसा कैसा किस तरह से खाया जावे भोजन पचने के बाद किस समय कैसा भोजन करे।

तीन बार ही मुंह झुठा करें बार-बार न खाते रहे। ठोस नाश्ता खाना के बीच पचाने के  लिए 3घंटे का गेप रखे। 40 की आयु में रात्रि में अन्न, 60 की आयु में संध्या में भी अन्न छोड़ देना चाहिए ।

युवराज का शक्ति देने वाला भोजन – सुबह का नाश्ता पौष्टिकता से भरपुर (मेवा ,फल,छाछ) जो पच जावे दिनभर शरीर को शक्ति दे।

राजा की तरह- दोपहर का भोजन बिना चीनी बिना मेदा बिना रिफाइंड ऑयल बिना तले बिना आलू समोसा जमीन के अन्दर उगी हुआ फल सब्जियों नहीं,दुध नहीं (दुध अत्यधिक श्रमजीवी को ही पचता है ) 56भोग

 (उपवास का समय 4 Pm से सुबह 8 Am तक)

गरीब की तरह – संध्या से पहले- पतला तरल पानी की तरह फल व सागारी चिकनाई कम से कम जो आसानी से पच जावे। भूख नहीं हो तो 1 गिलास गर्म पानी ले।

रात्रि में सोने 1 घंटे पहले 1 कप या 1 गिलास गर्म पानी या बिना दुध की ओषधिय हर्बल चाय ले। इच्छा न हो तो कुछ भी नहीं ले।

अब आप कहेंगे इतना कुछ कौन करेगा टाइम नही हे ,टेंशन नही लेने का , मस्त जीने का,कुछ नही होता हे । प्लानिंग कर सब कुछ कर सकते है अपनी पेट्रोल गाड़ी डीजल या करोशिन तेल तो नहीं डालते अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सही व्यायाम,सही आहार जो पचे समय से भूख लगती रहे तो शरीर पुर्ण स्वस्थ होगा।

समय पर 6 से 7घंटे नींद ले 9 या 10pm के बीच जरूर सो जावे। सूर्य उदय पहले उठे 2 – 3 गिलास गर्म गुनगुना पानी बासे मुह ले शौच,स्नान से निवृति हो प्राणायाम ध्यान, व्यायाम आदि करके सुबह शरीर को शक्ति देने वाला नाश्ते से दिनचर्या आरंभ करें ।

 

तो मेरे भाई आसपास जो गोलिया खा रहे हे वो भी ऐसा ही सोचते थे ,अब वो हॉस्पिटल में डॉक्टर के चक्कर काटने में टाइम निकाल ही रहे हे .एक छोटा सा सिरदर्द जब आप को चेन से जीने नही देता तो जिंदगी का कोई भी आनन्द लेने के लिए स्वस्थ शरीर और मन बेहद जरुरी हे की नही ?

और अपनी आने वाली पीढ़ी को क्या बीमार कमजोर छोटी उम्र में बड़ी बिमारिओ से घिरा हुआ देख के जाना हे?

उपरोक्त जानकारी अपने जीवन में शामिल करें अपनी रसोई में सभी के लिए ऊपर दिए गए अनुसार भोजन से मस्तिष्क विकास से याददाश्त लाभ के साथ हीं मोटापा कम करने व अनेकानेक रोगों में लाभ जरूर ही मिलता है  योग,(धीरे-धीरे शक्ति अनुसार नाभी झटका या कपालभाति 3मिनट-33मिनट अवश्य करें अभ्यास होने पर तेजी से करें। पेट स्वस्थ, ध्यान,याददाश्त लाभ मिलाता है ) व्यायाम, प्राकृतिक चिकित्सा के साथ ही भोजन द्वारा स्वास्थ्य लाभ जरूर ही मिलता है धीरे धीरे दवा भी छुट जाती हैं।उपरोक्त बताए अनुसार दिनचरिया,भोजन व 4pm से 8am वर्त (निःआहर) करने से असाध्य रोगों से शरीर स्वस्थ हो जाता है

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