कृतघ्न मनुष्य इस दुनिया में सबसे अभागा है। दुनिया में कई लोग ऐसे भी हैं, जिनका कितना भी भला कर दो वो याद नहीं रखेंगे पर यदि कभी उनका सहयोग ना कर सको तो उस बात को जरूर याद रखेंगे।
किसी के किए उपकार को भूल जाना दुनिया का सबसे निम्न कार्य है। जिसने संकट के समय में उत्साह के वचन कहे हों उनके प्रति सदैव कृतज्ञ जरूर रहना चाहिए।
ये समष्टि भी उस व्यक्ति को दण्डित करती है जो किसी के किए उपकार को भूल जाता है। यदि किसी ने कभी भी और थोड़ा भी आपके साथ कुछ अच्छा किया है तो उसके प्रति सदैव कृतज्ञता का भाव बना रहना चाहिए।
!!!…आँख झूठ नहीं बोल सकती क्योंकि वह अन्तर का दर्पण है…!!!
।। जय सियाराम जी।।
।। ॐ नमः शिवाय।।