1-हर व्यक्ति जन्म लेता है गो-पुत्र के रूप में-इसलिये उसका एक गोत्र होता है।
2-हर व्यक्ति अपना विवाह मुहूर्त चाहता है -गो धूलि बेला में।
3-हर व्यक्ति मृत्यु के बाद जाना चाहता है गोलोक धाम,हर आत्मा चाहती है गोलोकवास।
4-हर जीव वैतरणी पार करना चाहता है -मृत्यु से पहले गो दान करके।
सोचिये ! हर कामना पूरी करने के लिए गो माता का सहारा। लेकिन उसी गो माता की सेवा के लिए समय नही होता है।
गो माता के विषय में भारतीय ज्योतिष अनुसंधान केंद्र कुछ रोचक जानकारी पेश करते हुए….!
हे मां आप अनंत ! आपके गुण अनंत ! इतना मुझमें सामर्थ्य नहीं कि मैं आपके गुणों का बखान कर सकूँ।