जब महाभारत का युद्घ होने वाला था उस समय पर
श्री कृष्ण और अर्जुन युद्घ के लिए भूमि देखने के
लिए निकल पड़े ,घूमते घूमते वो कुरुक्षेत्र पहुँच गए ।
वहां उन्होंने देखा एक किसान और साथ में
उसका बेटा दोनों खेती कर रहेथे ,तभी अचानक एक
साँप ने उस किसान के बेटे को डस लिया ,उस
किसान ने अपने बेटे की लाश को खेत से बाहर कर
दिया और फ़िर से खेती करने लगा । आगे भगवान ने
देखा एक महिला खाना ले कर आ रही थी ,श्री कृष्ण
ने उससे पुछा तुम कहा जा रही हो ,उसने कहाँ अपने
पति और ससुर के लिए खाना ले कर जा रही हूँ ,
श्री कृष्ण बोले तुम्हारे पति को तो साँप ने डस
लिया हैं और तुम्हारे ससुर ने उसकी लाश को खेत से
बाहर कर दिया हैं और फ़िर खेती करने लगा हैं ,
ये सुनते ही वो महिला वही बैठ गई और खाना खाने
लग गई अपने पति के हिस्से का खाना खाकर वो ससुर
का खाना ले कर आगे बढ़ गई। श्री कृष्ण ने अर्जुन
से बोला के यही जगह सही हैं युद्घ के लिए
यहाँ किसी को किसी से कोई मतलब नही हैं सब अपने
बारे में सोचते हैं। अगर आज भगवान श्री कृष्ण
को युद्घ के लिए भूमि देखने जाना पड़े तो आसानी से
मिल जायेगी क्योंकि हर जगह सब अपने बारे में
ही सोचता हैं