अगर आपको कहीं पर भी थूकने की आदत है तो यह निश्चित है कि यदि आपको यश, सम्मान मुश्किल से मिल भी जाता है तो कभी टिकेगा ही नहीं.
जिन लोगों को अपनी जूठी थाली या बर्तन खाना खाने वाली जगह पर छोड़कर उठ जाने की आदत होती है उनकी सफलता, कभी भी स्थायी रूप से नहीं मिलती. ऐसे लोगों को बहुत मेहनत करनी पड़ती है.
आपके घर पर जब भी कोई भी बाहर
से आये, चाहे मेहमान हो या कोई काम करने वाला, उसे स्वच्छ पानी ज़रुर पिलाएं. ऐसा करने से हम राहु का सम्मान करते हैं जो अचानक आ पड़ने वाले कष्ट-संकट नहीं आने देते.
घर के पौधे आपके अपने परिवार के सदस्यों जैसे ही होते हैं, उन्हें भी प्यार और थोड़ी देखभाल की जरुरत होती है. जो लोग नियमित रूप से पौधों को पानी देते हैं, उन लोगों को Depression या Anxiety जैसी परेशानियाँ नहीं पकड़ पातीं.
जो लोग बाहर से आकर घर में
अपने चप्पल, जूते, मोज़े इधर-उधर फैंक देते हैं, उन्हें उनके शत्रु बड़ा परेशान करते हैं. इससे बचने के लिए अपने चप्पल-जूते करीने से लगाकर रखें, आपकी प्रतिष्ठा बनी रहेगी.
उन लोगों का राहु और शनि खराब होगा, जिनका अपना बिस्तर उनके उठकर जाने के बाद हमेशा फैला हुआ होगा, सिलवटें ज्यादा होंगी, चादर कहीं, तकिया कहीं, कम्बल कहीं ? ऐसे लोगों की पूरी दिनचर्या कभी भी व्यवस्थित नहीं रहती.
पैरों की सफाई पर हम लोगों को हर वक्त ख़ास ध्यान देना चाहिए, जबकि हम में से बहुत सारे लोग पैरों को धोना या साफ करना भूल जाते हैं. नहाते समय अपने पैरों को अच्छी तरह से धोयें, जब कभी भी बाहर से घर आयें तो पांच मिनट रुककर मुँह और पैर अवश्य धोयें. आप खुद यह पाएंगे कि आपका चिड़चिड़ापन कम होगा, दिमाग की शक्ति बढे़गी और क्रोध धीरे-धीरे कम होने लगेगा और आपका आनंद और शान्ति बढ़ेगी.
जो पुरुष रोज़ खाली हाथ अपने घर लौटते हैं, धीरे-धीरे उस घर से धन लक्ष्मी दूर चली जाती है और उस घर के सदस्यों में नकारात्मक या निराशा के भाव आने लगते हैं. इसके विपरीत घर लौटते समय कुछ न कुछ वस्तु लेकर आएं तो इस आदत से उस घर में बरकत बनी रहती है. उस घर में लक्ष्मी का वास होता जाता है. हर रोज घर में कुछ न कुछ लेकर आना वृद्धि का सूचक माना गया है. ऐसे घर में सुख, समृद्धि और धन हमेशा बढ़ता जाता है और घर में रहने वाले सदस्यों की भी तरक्की होती है.
थाली में जूठन बिल्कुल न छोड़ें और ऐसी आदत अपनाने के लिए आज ही ठान लें और एकदम पक्का तय कर लें. इस आदत से आपको पैसों की कभी कमी नहीं होगी अन्यथा सभी नौ के नौ ग्रहों के खराब होने का खतरा सदैव मंडराता रहेगा. कभी कुछ तो कभी कुछ करने योग्य फायदे वाले काम अधूरे पड़े रह जायेंगे और आपका समय व पैसा कहां जायेगा, आपको पता ही नहीं चलेगा.!!