विक्रम संवत 2082 भाद्रपद शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि जिसे जिसको पाटला पूर्णिमा कहते हैं इस दिन कई जगह कई समाज के लोग अपने पितरों को श्राद्ध में लेते हैं
इस वर्ष बाद पत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि रविवार 7 सितंबर 2025 को खगस चंद्र ग्रहण खग्रास चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा ऐसे कई राष्ट्रों में भी दिखाई देगा
जिन राष्ट्रों में नहीं दिखाई देगा उसमें उत्तरी अमेरिका दक्षिणी अमेरिका ग्रीनलैंड को छोड़कर के विश्व में दिखाई देगा
उसे दिन यह ग्रहण कुंभ राशि शतभिषा नक्षत्र के ऊपर रहेगा जिन महानुभावों की राशि कुंभ राशि है उन्हें ग्रहण नहीं देखना चाहिए मीन राशि वाले को भी यह ग्रहण नहीं देखना चाहिए जिन राशि के लिए श्रेष्ठ रहेगा उनमें मेष राशि वृषभ राशि कन्या राशि एवं धनु राशि को
श्रेष्ठ फल कारक रहेगा
अच्छा भी नहीं और खराब भी नहीं वह राशी मिथुन सिंह राशि तुला राशि मकर राशि हेतु सामान्य रहेगा
जिन राशियों के लिए खराब रहेगा वह रशियन है कर्क वृश्चिक और मीन राशि कुंभ राशि इनके लिए नेक्स्ट कारक रहेगा इन राशि वाले कल को ग्रहण नहीं देखना चाहिए जो झाड़ू लगाने वाले होते हैं उनको ग्रहण का दान करना चाहिए
इस ग्रहण का सूतक दिनांक 7 सितंबर 25 दोपहर 12:50 के बाद सूतक लगेगा वही ग्रहण प्रारंभ वायरल छाया में प्रवेश रात्रि 8:58 पर प्रवेश करेगा वही ग्रहण स्पर्श रात्रि 9:57 के बाद शुरू होगा जो रात्रि 1:27 पर ग्रहण का वही ग्रहण का मोक्ष कालरात्रि 2:25 पर पूर्ण होगा
ग्रहण में सात प्रकार का अनाज लोहा कपड़े दान करना चाहिए ग्रहण में राहु ग्रह का दान किया जाता है इसलिए यह संविधान जो झाड़ू लगाने वाले होते हैं उन्हें ही दान किया जाना चाहिए तभी उसका फल प्राप्त होता है
ग्रहण में गर्भवती स्त्रियों को ग्रहण नहीं देखना है
ग्रहण के सूतक लगने पर भोजन वगैरह नहीं किया जाना चाहिए
ग्रहण चलता है चलता रहे तब तक पूजा पाठ करते रहना चाहिए
ग्रहण से किस चीज के लिए हानिकारक है
जैसे कलिंग देश बंगाल मगध सूरत म्लैच्छोका राज्य जहां पर है ऐसे देश पर हानिकारक रहेगा
साथ ही गर्भवती स्त्रियों की गर्भ नाश होने की संभावना रहती है काली वस्तु सफेद वस्तु लाल वास्तु दवाई फल फूल एवं जल के अंदर पैदा होने वाली वस्तुएं इलेक्ट्रॉनिक सामान ज्वार बाजरा आदि वस्तुओं में धन्य की वस्तुओं में तेजी के रुख रहेंगे
पूर्णिमा के दिन जिन लोगों को श्राद्ध में लेना है कृपया वह 12:00 बजे तक ही भोजन से निवृत सभी रिश्तेदारों को या ब्राह्मण भोजन करना है 12:00 से पहले ही निवृत हो जाए क्योंकि उसके बाद सूतक लगेगा सूतक में भोजन या किसी प्रकार का दान नहीं किया जाता दान तो किया जाता है लेकिन दान लेने वाले को हानिकारक होता है