प्राचीन काल के लोग लव जि.हाद जैसी घटनाओं को रोकने के लिए ही वराह मंदिर का निर्माण करवाते थे।
भगवान वराह प्रत्येक तंत्र की काट हैं, यही कारण है की आसुरी मत के लोग वराह से चिढ़ते हैं।
नरसिंहदेव एवं वराह देव वह देवता हैं, जिनके आगे कोई तंत्र काम नहीं करता। इसी तंत्र उर्फ काले जादू का सहारा लेकर असुर आर्य कन्याओं की पवित्रता भंग कर देते हैं ।। इसमें सारा दोष हिन्दू बच्चियों का नहीं होता।
इस विषय को लेकर पर्याप्त जागरूकता फैलाने की जरूरत है। वराहदेव का मंदिर जिस भी गांव में है, उस गांव में लव जिहाद, या अन्य कोई जि.हादी प्रभावी नहीं हो सकता ।।
खजुराहो की हजारों वर्ष प्राचीन वराह मूर्ति