उडुप्पी में तैनाती के दौरान अन्नामलाई कुप्पुस्वामी पहले दिन एक दुकान पर गए और जाकर उन्होंने दुकानदार से सिगरेट, गुटखा और बिड़ी मांगा था। जैसे ही दुकानदार ने उन्हें यह सामान दिया उसी वक्त अन्नामलाई ने उस दुकानदार पर 30,000 रुपए का जुर्मान ठोक दिया क्योंकि वो अवैध तरीके से इन सामानों की बिक्री कर रहा था।
श्री गणेश हो गया। लोगो को समझ आ गया शहर में ईमानदार अफसर आ चुका है।
अन्नामलाई कुप्पुसामी !!
अन्नामलाई एक किसान के घर पैदा हुए थे और फिर, चुंकि, अन्नामलाई पढ़ाई में अच्छे थे तो मैकेनिकल इंजीनियर बने. फिर IIM के लिए एग्जाम दिया और लखनऊ चले गए.
वहां थोड़े समय बाद ज्ञान प्राप्ति हुई कि यहां पर सिर्फ पांच सौ रुपए के लिए हत्या हो जाती है और ये दौर आगे बढ़ता जाएगा तो फिर मैं IIM से पास आउट होकर क्या उखाड़ लूंगा ??
इतनी बड़ी सैलरी होगी किसी नाले में मरा पड़ा होऊंगा !! ये दुनिया बडी़ निर्दयी है।
तो मान्यवर IAS का एग्जाम देने गए और IPS बन कर कर्नाटक कैडर में चले गए !!
शुरुवाती नौकरी में ही उडुप्पी जिले के SP बने तो एक 17 साल की बच्ची का रेप हुआ और हत्या कर दी गई…
इस पर अन्नामलाई साहब को वहां जाना पड़ा तो लड़की की मां ने अन्नामलाई का गिरेबान पकड़ कर पूछा कि क्या मेरी बच्ची मुझे वापिस दे दोगे तो अन्नामलाई का जवाब ना था लेकिन कहा कि आपकी बेटी सदा याद रखी जाएगी और वादा किया कि आगे ऐसी कोई घटना नही होगी !!
ये मासूम बहुत सी मासूमो की रक्षक बनेगी।
तभी अन्नामलाई ने एक “सुरक्षा” नाम की एप लॉन्च की जिसका इनॉग्रेशन खुद किया और ये एप बहुत ही ज्यादा कामयाब रहा, साथ ही उस बेटी के नाम पर एक दस हजार की छात्रवृति शुरू की जो आज भी चल रही है !!
इसके बाद जब इनका ट्रांसफर हुआ तो जनता ने प्रदर्शन किया कि ट्रांसफर रोका जाए !!
इसके बाद अन्नामलाई का ट्रांसफर चिकमंगलूर में हुआ वहां के कार्यकाल के बाद जब ट्रांसफर किया गया तो फिर प्रदर्शन हुए कि ट्रांसफर स्थगित किया जाए !!
ये होता है ईमानदार अफसर का जलवा और उसकी आनमोल पूंजी …
अच्छा इंसान बनना है तो गीता पढो़ और बुराई को मिटाना है तो कुराण पढो़….असुरो से लड़ने के लिए उसका ज्ञान होना भी प्रथम शर्त है।
और फिर इन्होने मज़हब विशेष के अपराध को समझने के लिए उलेमावो की मदद से कुरान का अध्ययन किया क्यों कि साहब भी जानते थे कि लड़ने के लिए दुश्मन का ज्ञान जरूरी है !!
आखिर ये अन्य इंसान की तरह ही पैदा होते है फिर क्यों इन लोगो की मति इतनी भ्रष्ट हो जाती है। इसी दौरान बीस हजार मुस्लिम युवकों को ISIS में जाने से रोका !! कई बार दंगे रोके. कुरान के अध्ययन और आईपीएस की कुशाग्र बुद्धि ने ये काम कर दिखाया !!
सब कुछ इतना अच्छा चल रहा था लेकिन फिर महसूस हुआ कि नही पुलिस में रह कर जो किया जा सकता है उसे और अच्छे से किया जा सकता है अगर मैं राजनीति में जा कर कुछ योगदान करू तो !! राजनीति का सही उपयोग किया जाये तो यही जनसेवा का सबसे बडा़ मंच है ।
नौकरी के आखिरी समय में बैंगलोर दक्षिण के SP पद से इस्तीफा दिया और सीधे तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष बनाए गए !!
मात्र 38 साल की उम्र में अन्नामलाई तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष पद पर काबिज़ हुए और अब पार्टी के आदेशानुसार, अध्यक्ष पद से त्यागपत्र देने के पश्चात, तमिलनाडु में बीजेपी को एक मजबूत पार्टी के रूप में उभार रहे है !!
इतने कर्म के बाद मान्यवर अपने काम से संतुष्ट भी नही है और अभी मात्र 6 घंटे सोते हैं।
भारत की इतनी सिरमौर नौकरी छोढ़ने वाला आदमी आज पसीने से नहाया हुआ आधी रात तक घूमता है क्यों ??
और एक राजनैतिक पार्टी किसी नेता पुत्र के अलावा किसी योद्धा का चयन क्यों करती है ??
यहा अधिकतर लोग सब कुछ देखते जानते समझते हुए भी आखिर में तलवे चाटने जायेगे. अपराधी प्रवृत्तियो के भष्ट्राचारीयो को अपना नेता चुनेगे, घोटालेबाजो को वोट देगे और आखिर में कहेगे EVM हैक की जाती है।
लानत है तुमहारी सोच पर… अपनी आंखों में घुसा शहतीर नहीं दिख रहा, पर दूसरे की आंख का तिनका खड़क जाता है।
ये है परस्पर भरोसा और भरोसे की ताकत और यही है एक पार्टी की सफलता की नींव और यह है ईनका EVM नहीं नायब हीरो को हैक करने का सिस्टम !!
मेहनत इतनी करो कि लोग सुन कर ही पीठ थपथपाने को लालायीत हो जाये ….
जय हो… अन्नामलाई तमिलनाडु में ही नहीं पूरे दक्षिण भारत में भाजपा के एक और कर्मठ नायक और योद्धा हैं।
जय श्री राम !!