जापान के टोक्यो शहर के कसाई क्षेत्र में एक मराठी गौरवशाली व्यक्तित्व रहते हैं। पुणे के शनिवार पेठ में शनिवार पुलिस चौकी के पास उनका ancestral वाड़ा (पारंपरिक मकान) था। यह व्यक्ति 1995 में जापान सरकार की स्कॉलरशिप लेकर जापान गए और वहाँ एक प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल बने।
उनकी माँ वहाँ पुरण पोळी से लेकर साबूदाना खिचड़ी तक सभी भारतीय चटनियाँ बनाती हैं, साथ ही भारतीय पारंपरिक पोशाकें सिलती हैं और एक भारतीय रेस्टोरेंट भी चलाती हैं।
इस व्यक्ति ने टोक्यो में खुद का तीन मंजिला विशाल घर बनाया है। उस घर में मराठी पुस्तकों की एक लाइब्रेरी बनाई है और मराठी भाषा सिखाने की कक्षाएँ भी चलाते हैं। वे जापानी स्कूलों से विशेष आग्रह कर मराठी भाषा का प्रचार करते हैं।
यही मराठी व्यक्ति बाद में जापान में विधायक (अमदार) भी बने। और भी बहुत कुछ है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अब उन्होंने अपने घर के बगल में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापित की है।
इस मूर्ति को पुणे के खटावकर ने बनाया। यह प्रतिमा जापान तक हवाई मार्ग से भेजी गई, जिसकी केवल परिवहन लागत ही 10 लाख रुपये थी। यह प्रतिमा 8 मार्च 2025 को स्थापित की गई, जिसमें लगभग 900 भारतीय लोग उपस्थित थे।
उनके पास छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा लिखे गए लगभग 300 हस्तलिखित पत्रों का संग्रह भी है।
इस महान व्यक्ति का नाम है – योगेंद्र पुराणिक 🫡🚩🇮🇳