किसी भी क्षेत्र में सरकारी पद मिलना जिसमे पावर हाथ में हो आदि, शासन की तरफ से अधिकार , पद ,शक्ति आदि का मिलना।सरकारी अधिकारी बनने के लिए कुंडली का दसवाँ भाव सरकारी पद का तो सूर्य मंगल, गुरु और शुभ योग सरकारी अधिकारी बनाते है जब दसवे भाव या दसवे भाव स्वामी का संबंध बलवान मंगल सूर्य गुरु से या इनमें से किसी से भी बनेगा तब सरकारी अधिकारी बनेगे, साथ ही दसवे भाव में या दसवे भाव स्वामी के साथ जितने ज्यादा राजयोग, शुभ योग कुंडली में बनेगे उतना ही उच्च अधिकार सम्पन्न ,सरकारी अधिकारी पद मिलेगा।यह स्थिति सरकारी अधिकारी बनने की यदि दशमांश कुंडली में भी है और ग्रहदशाये समय रहते अनुकूल मिल रही है या मिल जाये तब सरकारी अधिकारी बनकर राजसिक जीवन व्यवतीत होगा।।
अब कुछ उदाहरणों से समझते है कैसे सरकारी अधिकारी बनेंगे और कौन व्यक्ति साथ ही कितना शक्तिशाली सरकारी पद(सरकारी अधिकारी)बनेंगे।
उदाहरण_मेष_लग्न1:-
मेष लग्न कुंडली में दसवे भाव में मंगल सूर्य बैठे आकार साथ ही दसवे भाव शनि बलवान है तब सरकारी अधिकारी ऐसा व्यक्ति बनेगा, क्योंकि दसवे भाव में सरकारी ग्रह बैठे है, दसवे भाव पर गुरु की दृष्टि भी पड़े व सरकारी पद के ग्रह नवमांश कुंडली मे भी बलवान है तब बड़े सरकारी अधिकारी नोकरी पर बैठ पाएंगे।।
उदाहरण_कर्क_लग्न2:-
कर्क लग्न यहां दसवे भाव का स्वामी मंगल है अब मंगल बलवान होकर बलवान सूर्य के साथ बैठे साथ ही गुरु भी दसवे भाव या मंगल से संबंध करे और नवमांश कुंडली मे भी यह ग्रह बलवान हो जाये तब बड़े सरकारी अधिकारी व्यक्ति बन जाएगा।
उदाहरण_सिंह_लग्न3:-
सिंह लग्न में दसवे भाव स्वामी शुक्र है अब यहाँ दसवे भाव स्वामी शुक्र बलवान होकर मंगल या सूर्य से सम्बन्ध करे साथ ही कोई शुभ योह भी दसवे भाव या दसवे भाव स्वामी शुक्र के साथ बनेगा तब बहुत बड़े सरकारी अधिकारी पद प्राप्ति होनी तय है।।
इस तरह बलवान दसवे भाव या बलवान दशमेश से बलवान मंगल सूर्य ,शुभ कारक ग्रह या राजयोग का संबंध जिसमे सूर्य मंगल या ग्रह जरूर सम्मिलित है तब सरकारी अधिकारी जरूर बनेगे, सरकारी अधिकारी बनाने वाले ग्रह और दसवाँ भाव/भावेश अशुभ योगो के प्रभाव में नही होना चाहिए।