Check- यह इसलिए हो रहा है क्योंकि यह लोग अपनी चचेरी ममेरी कजिन से शादी करते हैं और इनमें सेपरेशन ऑफ जींस नहीं हो पाता।
इनको क्या पता जींस क्या होते हैं, जेनेटिक कोड क्या होता है, डीएनए क्या होता है, आर एन ए क्या होता है और क्रोमोसोम्स और जींस से रिलेटेड बीमारियां क्या होती है और जींस का परसेप्शन क्या होता है और सेपरेशन ऑफ जीन्स क्यों जरूरी होता है?
डिस्कवरी पर जेनेटिक बीमारीयों से सम्बन्धित एक ज्ञानवर्धक कार्यक्रम आया… उस प्रोग्राम में एक अमेरिकी वैज्ञानिक ने कहा की
जेनेटिक बीमारी न हो इसका एक ही इलाज है और वो है “सेपरेशन ऑफ़ जींस”
मतलब
अपने नजदीकी रिश्तेदारो में विवाह नहीं करना चाहिए… क्योंकि नजदीकी रिश्तेदारों में जींस सेपरेट नहीं हो पाता और जींस लिंकेज्ड बीमारियाँ जैसे हिमोफिलिया, कलर ब्लाईंडनेस, और एल्बोनिज्म, दिमागी प्रॉब्लम होने की 100% चांस होती है…
फिर मुझे बहुत ख़ुशी हुई जब उसी कार्यक्रम में ये दिखाया गया की आखिर हिन्दूधर्म में वर्षों पहले जींस और डीएनए के बारे में कैसे लिखा गया है?
हिंदुत्व में कुल सात गोत्र होते है और एक गोत्र के लोग आपस में शादी नहीं कर सकते ताकि जींस सेपरेट रहे।
उस वैज्ञानिक ने कहा की आज पूरे विश्व को मानना पड़ेगा की हिन्दू धर्म ही विश्व का एकमात्र ऐसा धर्म है जो विज्ञान पर आधारित है…
आप कभी भी देखिएगा या किसी भी हॉस्पिटल में जाइए जेनेटिक रिलेटेड बीमारियां सबसे ज्यादा मुस्लिमों में होती है…
अब गर्व कीजिएगा जब कभी अपने ऋषि महर्षि के बारे में सुनियेगा… उन्हें दाढ़ी वाला साधारण काल्पनिक इंसान समझना आपकी भूल होगी… 🇮🇳🚩