आप सभी को सुप्रभात, और आप सभी को गणतंत्र दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। यह दिन हमें सुभाष चंद्र बोस, डॉ. बी.आर. अंबेडकर और महात्मा गांधी जैसे हमारे कई महान नेताओं की दूरदर्शिता और योगदान को याद करना चाहिए। आज हम 76वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं, जो 26 जनवरी, 1950 को हमारे संविधान को अपनाने का प्रतीक है। यह दिन इसलिए भी बहुत खास हो जाता है क्योंकि इस दिन ही हमने अंग्रेजों के नियम-कायदों से हटकर अपना अलग संविधान तैयार करने के बाद उसे लागू किया था।
हम सब जानते हैं कि 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था। इसी कारण हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अनुसार रिपब्लिक डे 2025 देश का 76वां गणतंत्र दिवस है। 26 जनवरी का मुख्य कार्यक्रम नई दिल्ली में कर्तव्य पथ (राजपथ) में होता है। राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं। रिपब्लिक डे परेड होती है।
15 अगस्त 1947 को भारत आजाद जरूर हो गया था। लेकिन हमारे पास कोई ऐसा लिखित संविधान नहीं था, जो देश को एक सशक्त और संगठित गणराज्य बना सके। तब आया डॉ भीमराव आंबेडकर का नाम और गठन हुआ संविधान सभा का। पूरे 2 साल, 11 महीने और 18 दिन लगे थे भारत का संविधान बनाने में। आखिरकार 26 नवंबर 1949 को संविधान अपना लिया गया। लेकिन ये लागू हुआ 26 जनवरी 1950 को। 26 जनवरी की तारीख इसलिए, क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने ‘पूर्ण स्वराज’ की घोषणा की थी।
संविधान ने हमें एक लोकतांत्रिक प्रणाली दी, जिसमें हर नागरिक को अपनी सरकार चुनने का अधिकार है। यह हमारे देश की विविधता को सम्मान देता है और इसे हमारी ताकत बनाता है। यह हमें यह सिखाता है कि धर्म, जाति, लिंग या भाषा के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए।