किराना स्टोर मतलब घर गृहस्थी का सम्पूर्ण समान।कुंडली का 7वा भाव दुकानदारी व्यवसाय का है तो ग्यारहवाँ भाव लाभ और आमदनी का है तो दूसरा भाव घर-गृहस्थी के समान का है बुध बिजनेस या दुकान आदि कामो में सफलता देने वाला भाव है।अब सबसे पहले कुंडली मे बुध सबसे ज्यादा बलि हो और 7वे भाव स्वामी का सम्बन्ध बलि होकर दूसरे भाव/दूसरे भाव स्वामी सहित ग्यारहवे भाव या ग्यारहवे भाव स्वामी से है तब किराना स्टोर खोल सकते है किराने की दुकान कर सकते है।अब इस तरह उपरोलत6 स्थिति अनुसार किराने दुकान के योग बने हुए है और 7वे भाव/7वे भाव स्वामी से कुंडली मे राजयोग बन रहा है तब किराना स्टोर(परचूनी दुकान)के काम मे उन्नति होती रहेगी।
अब कुछ उदाहरणों से समझते है कौन कर सकते है किराना स्टोर।
उदाहरण_अनुसार_कर्क_लग्न1:-
कर्क लग्न में 7वे भाव स्वामी कुंडली मे बलवान होकर 11वे भाव स्वामी शुक्र सहित दूसरे भाव या दूसरे भाव स्वामी से सम्बन्ध बनाकर बैठे है कुंडली मे और व्यापार का ग्रह बुध बहुत बलवान है तब किराना स्टोर खोलने पर बहुत अच्छा चलेगा, अगर कोई काम न चलकर दे रहा हो तब किराना स्टोर कर सकते है।
उदाहरण_अनुसार_सिंह_लग्न2:-
सिंह लग्न में 7वे भाव स्वामी शनि कुंडली मे बलवान होकर केवल कुंडली मे यहाँ बलि बुध से सम्बन्ध बनाकर बैठे है और 7वा भाव /7वे भाव स्वामी शनि राजयोग में अगर है तब किराना दुकान कर सकते है।
उदाहरण_अनुसार_धनु_लग्न3:-
धनु लग्न में 7वे भाव स्वामी बुध कुंडली मे बलि होकर 11वे भाव स्वामी शुक्र और दूसरे भाव स्वामी शनि अहित सम्बन्ध बनाकर बैठे है किराना स्टोर खोल सकते है अच्छा चलेगा।