कोल्हापुर के महाराजा, हिज हाइनेस सर शाहू छत्रपति (G.C.S.I.) — जो इंग्लैंड में राज्याभिषेक समारोह में शामिल होने वाले भारतीय राजाओं में से एक थे — उन्हें कोल्हापुर के शासक घराने में गोद लिया गया था। उनका वंश शिवाजी महाराज के परिवार की कनिष्ठ शाखा से संबंधित है, जहाँ उत्तराधिकार की परंपरा को प्रायः गोद लेने के माध्यम से जारी रखा गया।
1857 की क्रांति के दौरान तत्कालीन शासक ने ब्रिटिश शासन के प्रति निष्ठा दिखाई, जबकि उनके छोटे भाई ने विद्रोहियों का साथ दिया था। वर्तमान महाराजा ने अपने राज्य में रेलवे की शुरुआत की, व्यापार को अनेक प्रतिबंधों से मुक्त किया, और अकाल व महामारी के समय अपनी प्रजा को राहत पहुंचाई। वे आधुनिक युग के एक आदर्श मराठा शासक माने जाते हैं।
हिज हाइनेस सर शाहू छत्रपति महाराज, G.C.S.I., कोल्हापुर के महाराजा
जो माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजते, उन्हें 1 रुपये का जुर्माना लगाने वाले राजा। कला, संस्कृति, खेल और शिक्षा को राजाश्रय देने वाले राजा। अंधविश्वास, कर्मकांड और भाग्यवाद पर प्रहार करने वाले समाजसुधारक राजा। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के घर जाकर उन्हें सम्मानित करने वाले राजा। स्कूलों, छात्रावासों और छात्रवृत्तियों के माध्यम से बहुजन समाज की शिक्षा के लिए समर्पित रहने वाले एक प्रगतिशील और दूरदर्शी राजा।
राजर्षि शाहू महाराज
को शत् शत् नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि..!