जब आपकी पूजा, भक्ति या मंत्र-जाप भगवान तक पहुँच जाती है, तो ब्रह्मांड आपके लिए जवाब देने लगता है। ये संकेत आपके जीवन में बदलाव के रूप में प्रकट होते हैं।
1.ज्योत में दिव्य आकृति का प्रकट होना
अगर दीपक की लौ में फूल, शंख, त्रिशूल, स्वास्तिक या कोई दिव्य आकृति बनती है, तो यह संकेत है कि आपकी पूजा ऊपरी शक्तियों तक पहुंच चुकी है।
भले ही कोई दुख न हो, लेकिन पूजा या मंत्र-जाप के समय आंखों से आंसू बहना, यह हृदय के शुद्ध होने और दिव्य भाव के जागने का लक्षण है।
3.. शरीर में ऊर्जा का संचार
पूजा के दौरान अचानक कंपकंपी, रोमांच या गर्माहट का अनुभव होना, यह संकेत है कि ऊर्जा आपके शरीर में प्रवेश कर रही है।
4.. अचानक गहरे भावों का उमड़ना
पूजा करते-करते मन में प्रेम, करुणा, भक्ति या यहां तक कि हल्का दुख भी आना — ये आत्मा की गहराई से जुड़ने के लक्षण हैं।
5..अटके हुए कामों का बनना
काफी समय से रुके हुए कार्य बिना बाधा के पूरे हो जाना, या व्यापार में अचानक से उन्नति होना — यह आशीर्वाद का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
6.. अप्रत्याशित शुभ घटनाएं
जो चीज़ संभव न लग रही हो, वही अचानक आपके पक्ष में हो जाए — यह पूजा की स्वीकृति का अदृश्य उत्तर है।
7.. शारीरिक संकेत
पूजा के बाद शरीर में हल्कापन, थकान का गायब होना, चेहरे पर तेज और आभा आना।
8.. जीवन में सहजता
घर-परिवार में शांति, विवादों का खत्म होना, रिश्तों में मधुरता आना।
9.. सपनों में दिव्य संकेत
भगवान, गुरु, या पवित्र स्थलों के दर्शन होना — यह सीधा संदेश है कि आपकी साधना स्वीकार है।